ब्राजील के राष्ट्रपति Brazilian President जायर मेसियस बोलोनसरो Jair Messias Bolsonaro ने सोमवार को बेटी संग ताजमहल Taj Mahal का दीदार किया। ताजमहल में करीब 50 मिनट तक राष्ट्रपति रुके। इस दौरान ताजमहल में आम पर्यटकों को प्रवेश नहीं मिला। इस दौरान उन्होंने बेटी संग डायना सीट पर फोटो खिंचाई।
भारत के दौरे पर आए ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो सोमवार को आगरा पहुंचे। विशेष विमान से आगरा खेरिया एयरपोर्ट पर आगमन पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने उनका स्वागत किया। डा. शर्मा विदेशी अतिथि की आगवानी को ही आगरा पहुंचे थे।
खेरिया एयरपोर्ट से ब्राजील के राष्ट्रपति का काफिला ताजमहल के लिए रवाना हुआ। यहां शिल्पग्राम पार्किंग से उन्हें बैटरी चालित गोल्फ कार्ट से ताजमहल के पूर्वी गेट से प्रवेश कराया गया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा उन्हें ताजमहल के इतिहास और आगरा तथा उत्तर प्रदेश की संस्कृति के संबंध में जानकारी प्रदान करते रहे। राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के साथ उनकी बेटियां भी आई हैं। जैसे ही ये लोग ताजमहल के सामने पहुंचे तो उसकी सुंदरता और विशालता देखते ही विस्मित रह गए। मंत्रमुग्ध होकर ताजमहल को निहारते रहे। मुगल शहंशाह शाहजहां और बेगम मुमताज महल की मोहब्बत, ताजमहल के निर्माण काल और निर्माण में लगी अवधि से संबंधित तमाम सवाल गाइड से पूछे। इसके बाद डायना बेंच पर बैठकर फोटो खिंचाएं। ताजमहल की तारीफ में राष्ट्रपति ने कहा कि यह नायाब धरोहर है, अकेले भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिए यह एक खूबसूरत तोहफा है। इसको सहेजने की जिम्मेदारी सभी की है।

विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की वजह से सोमवार को हजारों पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय पुलिस ने ताजमहल पर जमकर मनमानी दिखाई। दोपहर 12:30 बजे ही टिकट विंडो कर दिए गए। शिल्पग्राम की पार्किंग भी लॉक कर दी गई। दोपहर 12:30 से पहले जो पर्यटक ताज के अंदर पहुंच चुके थे, वे जब बाहर निकले तो उन्हें भी भटकना पड़ा क्योंकि उनके वाहन पार्किंग में खड़े थे और पुलिस उन्हें निकालने नहीं दे रही थी। वहीं देश और विदेश से ताजमहल देखने पहुंचे पर्यटकों को बाहर ही रोके रखा गया। वे किसी रेस्तरां या शोरूम में समय काट रहे थे। ताज के आसपास भी पर्यटकों को फटकने नहीं दिया जा रहा था। पर्यटकों में इस बात को लेकर गुस्सा था कि यदि ताजमहल को बंद ही करना था तो पूर्व सूचना दी जानी चाहिए थी। ऑनलाइन टिकट बुक की ही क्यों, जब ताज में प्रवेश नहीं देना था।