निर्भया गैंगरेप-मर्डर Nirbhaya gangrape and murder case के चार दोषियों की फांसी एक बार फिर टल गई है। दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को तिहाड़ जेल प्रशासन से इन दोषियों को अगले आदेश तक फांसी नहीं देने को कहा। फांसी पर स्टे के बाद निर्भया के माता-पिता बेहद निराश हैं। फांसी में देरी के लिए उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल Delhi CM Arvind Kejriwal को दोषी ठहराया है। हालांकि, केजरीवाल ने कानूनी-दांव पेच को जिम्मेदार ठहराते हुए कानून में बदलाव की बात कही है।
निर्भया के पिता ने कहा, ‘कोर्ट ने मामले को टाल दिया, पता नहीं कितने दिन मामला टला रहेगा, इसका मतलब केजरीवाल ने ये काम किया है, केजरीवाल के अधिकार में जेल अथॉरिटी है, वहीं से सब कुछ रुका हुआ है। पूरा सिस्टम केजरीवाल के हाथ में है।’निर्भया की मां आशा देवी ने न्यूज़ चैनल से बात करते हुए कहा, ‘कहीं ना कहीं सरकारों की चाल है। हमें सांत्वना देते रहे। क्योंकि उनका वोट आने वाला है। सात साल पहले ये लोग पूरी दिल्ली में झंडा उठाए, टोपी पहनाए कि हम दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा करेंगे। अब तीसरी बार वोटिंग हो रही है, लेकिन मुजरिम का वकील मुझे चैलेंज करके गया है कि यह फांसी नहीं होगी।’
आशा देवी ने कहा कि वह लड़ेंगी और दोषियों को फांसी देना ही होगा। उन्होंने कहा, ‘मैं लड़ूंगी… सरकार को उनको फांसी देनी होगी नहीं तो पूरे समाज को सुप्रीम कोर्ट से लेकर लोवर कोर्ट तक को सरेंडर करना होगा कि फांसी की सजा को सिर्फ गुमराह करने के लिए दिया गया था, शांत करने के लिए दिया था।’ फांसी टलने से विचलित निर्भया की मां ने यह भी कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा तो है लेकिन जैसा हो रहा है उससे अपराधियों को हौसले बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही होना है तो नियम-कानून की किताबों को आग लगा देनी चाहिए।