54 साल इंतजार के बाद बरेली (Bareilly) को उसका गिरा हुआ झुमका (Jhumka) वापस मिल गया है। 1966 में राज खोसला(Raj Khosla ) के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मेरा साया’ (Mera Saaya) में उत्तरप्रदेश का शहर बरेली उस वक्त चर्चा में आया था जब फिल्म का गाना ‘झुमका गिरा रे, बरेली के बाजार में…'(Jhumka gira re, Bareilly ke bazaar main) लोकप्रिय हुआ था। यह गाना दिवंगत अभिनेत्री साधना पर फिल्माया गया था। अब बरेली में झुमका तिराहा बनाया गया है। यहां एक पोल पर झुमके की आकृति को बनवाया गया है, जो लोगों को खासा आकर्षित कर रहा है।
बरेली शहर में झुमका लगाने की शुरुआत फिल्म ”मेरा साया” के गाने ”झुमका गिरा रे” के सिल्वर जुबली यानी की 50 साल पूरे होने पर की गई थी। बरेली विकास प्राधिकरण की योजना थी की ये फ़िल्म अभिनेत्री साधना के लिए श्रद्धांजलि भी होगी लेकिन झुमका लगाने के लिए इसमें लगने वाली लागत की वजह से ये नहीं हो पाया क्योंकि बीडीए के पास इतना पैसा नहीं था। जिसके बाद शहर के लोगों से सहयोग मांगा गया। इसके बाद इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के मालिक डॉ. केशव अग्रवाल ने झुमका लगाने की जिम्मेदारी ली.जिसके बाद बीडीए के सहयोग से आखिरकार झुमका लगकर तैयार हो गया। तब बीडीए ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से दिल्ली-बरेली मार्ग 24 पर ‘झुमका’ तिराहा की मांग की थी। लेकिन अब साकार हुआ। अब इस तिराहे पर 2.7 क्विंटल का झुमका 20 फीट ऊंचे खंभे पर लगाया गया है। इसे बनाने में पीतल और तांबे का इस्तेमाल किया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि लागत करीब 60 लाख रुपए आई है। गुड़गांव के एक कलाकार ने इसे तैयार किया है।ka
लखनऊ-दिल्ली हाइवे पर बरेली शहर के प्रवेश मार्ग पर स्थित परसाखेड़ा चौराहे पर शनिवार को झुमका स्थापित किया गया। इसका उद्घाटन शनिवार को केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने किया। यहां आए सभी अतिथियों को प्रतीक स्वरूप एक झुमका उपहार में दिया गया। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के अफसर ने बताया कि झुमका करीब दो सौ मीटर दूर से लोगों को नजर आएगा। इसके आसपास 3 ‘सूरमे दानी’ को भी सजाया गया है।