अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram temple) निर्माण तथा उसकी देखरेख के लिए बनाए गए ट्रस्ट ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ (Shri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra ) की पहली बैठक 19 फरवरी को दिल्ली में बुलाई गई है। जानकारी के मुताबिक, बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष, महामंत्री और कोषाध्यक्ष का चुनाव किए जाने की योजना है।
सूत्रों के मुताबिक, ट्रस्ट के दिल्ली ऑफिस में यह बैठक शाम को पांच बजे रखी गई है। बैठक में दो अतिरिक्त सदस्यों का चुनाव भी किया जा सकता है। इसके अलावा राम मंदिर निर्माण कब से शुरू करना है, इसे लेकर भी ट्रस्ट की बैठक में घोषणा की जा सकती है। सूत्रों की मानें तो आगामी रामनवमी (2 अप्रैल) या अक्षय तृतीया (26 अप्रैल) से राम मंदिर का निर्माण शुरू करने पर सहमति बन सकती है।
अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पटना का महावीर मंदिर 10 करोड़ रुपए दान देगा। अयोध्या में राम मंदिर के लिए ट्रस्ट के गठन के साथ ही महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल 2 करोड़ रुपये का चेक लेकर अयोध्या पहुंच गए हैं। किशोर कुणाल कहते हैं कि मंदिर बनने में वक्त लगेगा लेकिन सबसे पहले गर्भगृह का निर्माण हो जाना चाहिए ताकि लंबे वक्त से टेंट में रह रहे भगवान श्रीराम को वहां पर स्थापित किया जा सके। इसके अलावा किशोर कुणाल ने यह भी कहा कि यदि इसके लिए परमिशन मिलती है तो महावीर मंदिर ट्रस्ट बिना किसी से एक रुपये चंदा लिए गर्भगृह का अंदरूनी हिस्सा सोने का बनवा देगा।
किशोर कुणाल कहते हैं, ‘मैं 2 करोड़ रुपये का चेक लेकर पटना से अयोध्या पहुंच गया हूं। बाकी हमें कुल 10 करोड़ रुपये देने हैं। जैसे-जैसे मंदिर बनता जाएगा हम रकम उपलब्ध कराते रहेंगे। हमने यह कहा था कि ट्रस्ट के ऐलान के साथ जब अकाउंट खुलेगा तो हम सबसे पहले 2 करोड़ रुपये देंगे। यदि विश्व हिंदू परिषद के मॉडल पर मंदिर निर्माण होता है तो कम वक्त लगेगा, हम निर्माण के मुताबिक पैसा देते रहेंगे। हां, गगनचुंबी मंदिर बनाए जाने पर निर्माण में ज्यादा वक्त लगेगा तो हम उसके मुताबिक, हर साल पैसा देंगे। हमने वर्ष 2016 में राम मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये निकालकर रख लिए थे।’