देश की राजधानी दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके Northeast Delhi में हिंसा violence कर रहे उपद्रवियों के खिलाफ सख्त ऐक्शन शुरू हो गया है। उपद्रवियों पर अंकुश लगाने के लिए सुरक्षाबलों को आदेश दिया गया है कि हिंसा फैलाने की कोशिश करते कहीं भी कोई दिखे तो उसे गोली मार Shoot At Sight Orders दी जाए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर उपद्रव प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षाबलों को उतार दिया गया है। इसके बाद जाफराबाद इलाके से प्रदर्शनकारियों को भी हटा दिया गया। सुरक्षा बलों ने इस इलाके में मार्च निकालकर सड़कों से उपद्रवियों को खदेड़ दिया।
दिल्ली में तीसरे दिन हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने दंगाइयों को गोली मारने का आदेश दिया है। धारा-144 का कोई असर न देखते हुए पुलिस ने मंगलवार देर शाम चार इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। इसमें सबसे संवेदनशील मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर और बाबरपुर शामिल हैं। दंगाइयों मंगलवार को भी जमकर उत्पात मचाया। इस उपद्रव में पांच और की मौत हो गई। सोमवार को भी पांच की जान गई थी। कुल मिलाकर अब तक 13 लोग मारे गए हैं। मरने वालों में दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल रतन लाल भी भी शामिल हैं। वह सोमवार को दंगाइयों के हाथों मारे गए थे। घायलों की संख्या 186 पहुंच गई है। इसमें दो आइपीएस अधिकारी सहित 56 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
जाफराबाद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ धरने पर बैठीं महिलाओं को भी बातचीत के बाद हटा दिया गया है। करीब 3 दिन बाद जाफराबाद में हालात कंट्रोल में हुए हैं। पुलिस ने बताया है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन सड़क खाली कर दी है। ये लोग शनिवार रात से धरना दे रहे थे।
दंगाइयों ने मंगलवार को कई दुकानों, वाहनों और घरों में आग लगाई। उपद्रवी खुलेआम हथियार लहराते हुए फायरिंग कर दहशत फैला रहे थे। हालात काबू करने को दोपहर बाद आरएएफ और सीआरपीएफ को मोर्चा संभालना पड़ा। इस बीच प्रभावित क्षेत्र यमुनापार के कई इलाके भीषण हिंसा की चपेट में रहे। पुलिस सूत्रों की मानें तो दो दिनों में दंगाइयों की तरफ से एक हजार से ज्यादा गोलियां चलाई गई हैं। पुलिस ने लगभग इतनी ही मात्रा में आंसू गैस के गोले दागे हैं।
गृह मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद दोपहर करीब तीन बजे के बाद सीआरपीएफ, आरएएफ और एसएसबी की 67 कंपनियां हालात को काबू करने के लिए तैनात कर दी गई हैं। इन कंपनियों ने पहले मौजपुर के पास जाफराबाद रोड से भीड़ हटानी शुरू की। लेकिन, इसी दौरान अन्य इलाकों में भी हिंसा का दायरा बढ़ने लगा। सुरक्षा बल के जवान जब तक एक तरफ हिंसा पर काबू पाते तब तक दूसरी तरफ उपद्रव बढ़ जाता।
Delhi violence: Shoot-at-sight order issued in North East district