मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीते दिनों से जारी सियासी घमासान का अंत हो गया है और कमल नाथ ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) का फिर से मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।अब भाजपा ने शनिवार को विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए बैठक बुलाई है। शिवराज विधायक दल के नेता चुने जाएंगे। इस तरह पिछले विधानसभा चुनावों तक रिकॉर्ड 13 साल 17 दिन मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) एक बार फिर प्रदेश के मुखिया बनने जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश का पॉलिटिकल ड्रामा 17 दिन पहले शुरू हुआ था। भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी खींचतान सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई थी और शीर्ष अदालत ने शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया था। हालांकि, इससे 4:30 घंटे पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया। वे शुक्रवार दोपहर 12.30 बजे मीडिया के सामने आए। करीब 25 मिनट बोले। 15 महीने पुरानी अपनी सरकार की 20 उपलब्धियां गिनाईं और 16 बार कहा कि भाजपा को हमारे काम रास नहीं आए। उन्होंने कहा- ‘‘भाजपा सोचती है कि वह मेरे प्रदेश को हराकर जीत सकती है। वह न मेरे प्रदेश को हरा सकती है और न मेरे हौसले को हरा सकती है।
अब 13 साल 17 दिन मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) एक बार फिर प्रदेश के मुखिया बनने जा रहे हैं। 5 मार्च 1959 को मध्यप्रदेश के बुधनी में किसान परिवार में जन्में शिवराज सिंह चौहान 1977 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ गए थे और लंबे समय तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के लिए काम किया।4 बार लोकसभा के लिए चुने गए और संसद की कई समितियों के सदस्य भी रहे। 2000 से 2003 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी रहे।
1990 में पहला चुनाव लड़ा था। पहली बार राज्य विधानसभा के लिए 1990 में सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट से चुने गए थे। बाद में अगले साल हुए विदिशा संसदीय चुनाव क्षेत्र से लोकसभा के लिए पहली बार चुने गए। इसके बाद 5 बार विदिशा संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए।2003 में भाजपा ने दिग्विजय सिंह के 10 साल के शासन के खिलाफ पूरे दम से चुनाव लड़ा। पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज की, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ राघौगढ़ से चुनाव लड़ने वाले शिवराज सिंह हार गए। हालांकि बाद में बुधनी विधानसभा के लिए उपचुनाव लड़कर जीता।30 नवंबर, 2005 को Shivraj Singh Chauhan पहली बार सीएम बने। इसके बाद 2018 में हुए चुनावों तक मुख्यमंत्री बने रहे।
