श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राममंदिर (Ram temple) निर्माण के प्रथम चरण का अनुष्ठान आज सुबह पूरा हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) ने भगवान श्री राम लला (Ramlala) को टेंट से गोद में उठाकर लेकर अस्थाई भवन में विराजमान कराया।
अयोध्या (Ayodhya) में रामलला नवरात्र के पहले दिन 25 मार्च को त्रिपाल से निकलकर बुलेटप्रूफ अस्थाई मंदिर में विराजमान हो गए। दो दिन के वैदिक अनुष्ठान के बाद बुधवार सुबह 4 बजे रामलला को शिफ्ट किया गया।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी, सीएम योगी आदित्यनाथ व संत-महंतों की उपस्थिति में शिफ्टिंग का काम पूरा हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला की पूजन और आरती में भाग लिया। इसके बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलला के मंदिर निर्माण का पहला चरण पूरा हो गया है। जल्द ही भव्य मंदिर बनकर तैयार होगा। मुख्यमंत्री ने 11 लाख रुपए का चेक भी रामलला को दान दिया। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में नवनिर्मित वैकल्पिक गर्भगृह में रामलला को शिफ्ट कर दिया गया। रामलला की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ब्रह्ममुहूर्त में साढ़े चार बजे श्रीराम जन्मभूमि परिसर में पहुंचे और लगभग एक घंटा वहां रहे। अब रामलला के दर्शन इसी अस्थाई मंदिर में होगा। लॉकडाउन की वजह श्रद्धालु अभी दर्शन नहीं कर सकेंगे।
रामजन्मभूमि परिसर में चल रहे अनुष्ठान में सीएम योगी के साथ प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास व ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास, श्रीराम जन्मभूमि तीथ क्षेत्रट्रस्ट के महामंत्री चंपतराय भी मौजूद रहे। रामलला को सीएम योगी आदित्यनाथ ने, भरत को राजा अयोध्या बिमलेंद्र मिश्र ने, लक्ष्मण को डॉ अनिल मिश्र ने, शत्रुघ्न को दिनेन्द्रदास तथा शालिग्राम भगवान को महंत सुरेश दास ने वैकल्पिक गर्भगृह में पहुंचाया।
नवनिर्मित वैकल्पिक गर्भगृह में रामलला को विराजमान करने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने देशवासियों को चैत्रशुक्ल प्रतिपदा और नवसंवत्सर की बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीरामलला अपने नए आसन पर विराजमान होकर हम सब पर अपनी कृपा और आशीर्वाद निरंतर प्रदान करते रहेंगे। कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेत्रत्व में प्रदेश वर्तमान में जिस नई वैश्विक बीमारी से सामना करने के लिए तैयार हुआ है उसका दुनियाभर के तमाम संगठनों ने इसकी सराहना की है।रामलला की स्थापना के बाद तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों और चुङ्क्षनदा सहयोगियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने भारतीय नववर्ष की बधाई दी और इस दिन को बेहद सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने कहा, रामलला की गरिमा का यह क्षण सदियों बाद आया है। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर रामलला से वैश्विक महामारी से लडऩे में सक्षम होने की प्रार्थना भी की। आरती पूजन कर सीएम योगी गोरखपुर के लिए रवाना हो गए।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने रामलला के लिए छप्पन भोग का प्रसाद भिजवाया, जिसे विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने रामलला को चढ़ाया। प्रदेश के उपमुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने श्रीराम लला को छप्पन भोग का प्रसाद समर्पित कर राष्ट्र समाज पर आये संकट से मुक्ति और कल्याण की प्रार्थना की है। देश में लॉकडाउन के चलते वह अयोध्या नहीं पहुंच सके।
30 अप्रैल को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन रामलला को शिफ्ट करने के बाद यहां पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जमीन का समतलीकरण शुरू हो जाएगा। अब अप्रैल के आखिरी सप्ताह में भूमि पूजन भी किया जा सकता है। यहां पर चार अप्रैल को अयोध्या में आयोजित ट्रस्ट की बैठक में इस पर निर्णय लिया जाना है। रास्ते का भी शुद्धिकरण होगा रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र के अनुसार किसी भी नए मंदिर में भगवान को विराजमान कराने से पहले उसकी धर्म संगत मान्यताएं हैं। भगवान को विराजमान करने से पहले जमीन और मंदिर दोनों को पवित्र कराया जाएगा।