प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) ने रविवार को मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम में कोरोन पर बात की। कोविड 19 (COVID-19) के बढ़ते प्रकोप से बचने और लॉकडाउन के बीच पीएम मोदी ने 63वें मन की बात में कोरोना के खिलाफ लड़ रहे लोगोें के बारे में बतया और उनसे बात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे डाक्टर और नर्सों से भी बात की। इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के आगरा( Agra ) जिले के अशोक कपूर (Ashok Kapoor) से भी बात की। अशोक कपूर के परिवार के छह लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, हालांकि अब पूरा कपूर परिवार कोरोना को हरा चुका है।
Ashok Ji from Agra overcame COVID-19 and has a message for his fellow Indians. Hear what he has to say… #MannKiBaat pic.twitter.com/9uGDd6WCnG
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2020
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अशोक कपूर ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि मेरे दो बेटे इटली गए थे। वे वहां जूते की मैन्युफैक्चरिंग का काम करते हैं। वो वापस आए। मेरे दामाद भी गए थे। वो दिल्ली रहते हैं। वो लौटे तो उन्हें कुछ समस्या हुई। इस पर वे राम मनोहर लोहिया अस्पताल चले गए। अस्पताल ने जांच के बाद उनको पॉजिटिव बताया। उन्हें सफदरजंग अस्पताल शिफ्ट कर दिया। वहां से हमें फोन आया था कि आप भी उनके साथ गए थे, आप भी टेस्ट कराएं। इस पर बेटे आगरा जिला अस्पताल में टेस्ट कराने चले गए। वहां बेटों को बोला गया कि अपने परिवार की भी जांच कराएं कि कहीं कोई ऐसी बात न हो। हम लोग भी टेस्ट कराने गए, तो जांच के बाद अगले दिन उन्होंने बताया कि हमारे परिवार के छह लोग, मैं (73 साल का हूं), मेरे दो बेटे, मेरी पत्नी, मेरी बहू और मेरे पौत्र (16 साल का है), सभी को उन्होंने पॉजिटिव बताया। ये सुनकर भी हम सब डरे नहीं। हमने कहा कि अच्छा हुआ पता चल गया। हम लोग दिल्ली सफदजंग अस्पताल चले गए। आगरा से हमें दो एंबुलेंस में भेजा गया। एंबुलेंस के लिए कोई चार्ज नहीं लिया। मेहरबानी है आगरा के डॉक्टरों की। उन्होंने हमारा पूरा सहयोग किया।
अशोक कपूर ने प्रधानमंत्री को बताया कि हम लोग एंबुलेंस से बैठकर अस्पताल आए। हमे अस्पताल वालों ने दो एंबुलेंस दीं। साथ में डॉक्टर भी थे। उन्होंने हमें सफदरजंग हॉस्पिटल छोड़ दिया। वहां डॉक्टर पहले से ही गेट पर खड़े थे। वहां उन्होंने हम छह को अलग-अलग कमरों में शिफ्ट कर दिया। अच्छे कमरे थे। वहां सबकुछ था। हम फिर 14 दिन वहां अस्पताल में रहे। कमरे में अकेले रहते थे। डॉक्टरों की जहां तक बात है, उनका बहुत सहयोग रहा। उन्होंने बड़े अच्छे से हमें ट्रीट किया। चाहे स्टाफ हो। वो अपनी ड्रेस पहनकर आते थे तो पता ही नहीं चलता था कि डॉक्टर है या वार्ड ब्वाय है या नर्स है। वो जो कहते थे हम मान लेते थे। हमें एक प्रतिशत भी समस्या नहीं आई।

अशोक कपूर ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि पूरे परिवार को वहां एक-दूसरे का सहारा रहा। मिलते नहीं थे। फोन पर एक-दूसरे से बात कर लेते थे। डॉक्टरों ने पूरी हमारी केयर की। हम उनके आभारी हैं। उन्होंने हमारे साथ बहुत अच्छा किया। नर्सेस जो थीं, उन्होंने हमको पूरा सहयोग दिया। अशोक कपूर ने पीएम को बताया कि हमने अपनी कॉलोनी, जहां हम रहते हैं। सबको कह दिया है कि हम आ गए हैं, तो डरें नहीं। किसी को कोई प्रॉब्लम है तो जाकर टेस्ट कराएं। जो लोग हमसे मिले होंगे। टेस्ट कराए। ईश्वर की दया से सब ठीक रहे।
अशोक कपूर ने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि सर, मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि आप से मेरी बात हुई। मैैं देश के लिए कुछ भी करने को तैयार हूं। मेरे लायक कुछ भी हो तो आप बताइए। इस पर पीएम ने कहा कि आप आगरा में सेवा कीजिए। भूखों को भोजन कराइए। नियमों का पालन कीजिए। अपने अनुभव से दूसरों को अवगत कराइए। इसके लिए सोशल मीडिया को चुनें, उस पर लोगों को जागरूक कीजिए। लोगों को समझाइए। इस पर श्री कपूर ने कहा कि अस्पताल से लौटने के बाद उन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है और अपनी कॉलोनी के लोगों को भी अपील कर रहे हैं कि डरने की बात नहीं है। यदि किसी को संक्रमण का डर है तो वह टेस्ट कराए और इलाज मुमकिन है।