उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के आगरा (Agra) के साईं की तकिया क्षेत्र में एसआर अस्पताल (S R Hospital) के संचालक चिकित्सक पिता-पुत्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। दोनों मंगलवार को गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती हुए थे। बृहस्पतिवार को आई रिपोर्ट में दोनों पॉजिटिव पाए गए। इसकी सूचना आते ही जिला प्रशासन ने उनका अस्पताल सील करा दिया। आसपास के लोगों को घर में ही क्वारंटीन कर दिया गया है। अब तक आगरा के 14 लोग हो चुके संक्रमित हो चुके है।
पिता फिजीशियन और बेटा सर्जन है। फिजीशियन की पत्नी स्त्री रोग विशेषज्ञ है। दोनों को पहले तेज बुखार हुआ, इसके बाद खांसी और बदन दर्द की शिकायत हुई। दोनों गुरुग्राम चले गए। डीएम प्रभु एन सिंह ने बताया कि गुरुग्राम से उनके कोरोना पॉजिटिव होने की फोन पर सूचना मिली है। इसी पर इनका अस्पताल सील कर दिया गया है। अन्य जानकारी जुटाई जा रही है। इस खबर के बाद शहर के चिकित्सक समुदाय में खलबली मच गई है क्योंकि बड़ी संख्या में प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों को इस एसआर हॉस्पिटल में आना जाना है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रतिष्ठित चिकित्सक ने अपनी बीमारी को देखते हुए 22 मार्च से ही सेल्फ क्वॉरेंटाइन कर रखा था और चिकित्सक पुत्र द्वारा इलाज किया जा रहा था। लेकिन पिता की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर होने मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके बाद बेटे की भी तबीयत बिगड़ गई और वह भी मेदांता में ही भर्ती हो गए थे।
प्रतिष्ठित चिकित्सक होने के नाते उनके कोरोना संदिग्ध होने की चर्चा गलियारों में गूंज रही थी। जिस दिन चिकित्सक को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उस दिन आगरा पुलिस भी अस्पताल के बाहर खड़ी थी लेकिन हैरानी वाली बात यह रही कि इसके बावजूद जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी तरह का कोई कड़ा कदम नहीं उठाया। ना ही अस्पताल को सैनिटाइजेशन करना जरूरी समझा और ना ही किसी की जांच करना जरूरी समझा।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह एक बड़ी लापरवाही नहीं होगी कि अब चिकित्सक पिता पुत्र की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 22 मार्च से न जाने कितने लोग, स्टाफ या मरीज उनके संपर्क में आए होंगे। कहीं ऐसा ना हो कि आगरा में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा और बढ़ जाए।