मुरादाबाद( Moradabad ) के नवाबपुरा ( Nawabpura) इलाके में मस्जिद हाजी नेब ( Haji Neb Masjid ) के पास बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। हमले में एक डॉक्टर समेत कुछ स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए हैं।मुरादाबाद में कोरोना वायरस के संक्रमण में आए परिवार के लोगों को चिकित्सकों की टीम क्वारंटाइन के लिए ले जाने पहुंची थी। इसी बीच टीम पर मुरादाबाद( Moradabad) के नवाबपुरा (Nawabpura)मुहल्ले के लोगों ने हमला कर दिया।हमले में एक डॉक्टर समेत कुछ स्वास्थ्यकर्मी घायल हो गए हैं।
उपद्रवियों ने टीम पर न केवल पथराव किया गया, बल्कि एंबुलेंस में तोड़-फोड़ भी की गई। इसके चलते टीम को उल्टे पांव भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इस घटना की जानकारी मिलने पर डीएम के साथ एसपी भी मौके पर पहुंचे हैं। यहां पर पुलिस ने दस लोगों को हिरासत में लिया है। शहर के इमाम को भी बुला लिया गया है। पथराव में घायल डॉक्टर का नाम सुधीश चंद्र अग्रवाल है।
मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के नवाबपुरा क्षेत्र में रहने वाला सरताज आठ अप्रैल को तबीयत बिगडऩे पर उपचार के लिए तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय (Tirthankar Mahavir University). के मेडिकल कालेज पहुंचा था, जहां उसे भर्ती कर लिया गया। उसकी लक्षण को देखते हुए नौ अप्रैल को उसका सैंपल लिया गया था। 13 अप्रैल को देर शाम उसकी रिपोर्ट मिली, जिसमें कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। उसी दिन रात दस बजे उसकी मौत हो गई। इसके बाद देर रात सरताज के परिजनों को क्वारंटाइन के लिए आइएफटीएम यूनिवर्सिटी (IFTM University) ले जाया गया।
सरताज के छोटे भाई को भी तीन दिन से बुखार होने के कारण उसे क्वारंटाइन के लिए ले जाने के लिए बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम नवाबपुरा पहुंची। टीम के वहां पहुंचने के बाद मुहल्ले के लोग एकत्रित होना शुरू हो गए और बाकी परिजनों को ले जाने का विरोध करने लगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें समझाने की कोशिश तो भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और देखते-देखते ही टीम पर हमलावर हो गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के आज मुरादाबाद में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि मेडिकल टीम पर हमला एक अक्षम्य अपराध है। पुलिस कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं स्वच्छता अभियान से जुड़े कर्मियों पर हमला एक अक्षम्य अपराध है, जिसकी घोर निंदा की जाती है। ऐसे दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (National Security Act) के तहत कार्यवाही की जाएगी। दोषी व्यक्तियों द्वारा की गई राजकीय सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई उनसे सख्ती से की जाएगी। जिला पुलिस प्रशासन ऐसे उपद्रवी तत्वों को तत्काल चिन्हित करें और प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा के साथ ही उपद्रवी तत्वों पर पूरी सख्ती भी करें।