आगरा (AGRA)उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) का ऐसा शहर है जहां कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आये हैं। कोरोना संक्रमण का एपीसेन्टर यहां का निजी अस्पताल पारस हॉस्पिटल (Paras Hospital) रहा।प्रदेश के कई जिलो कोरोना संक्रमण फैलाने में अह्म भूमिका निभाई ।आगरा में लगातार बढ़ रहेे है कोरोना पॉजीटिव (Corona+tive) मरीजों के आंकड़ेे में पारस हॉस्पिटल (Paras Hospital) बड़े एपिसेंटर के रूप में बाहर निकला है। इस हॉस्पिटल से इलाज कराने वाले मरीज दर्जनभर से अधिक जिलों के हैं। आगरा सहित मथुरा, फीरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा तक में यहां से संक्रमित हुए लोगों की पुष्टि हो चुकी है।
आखिरकार जिला प्रशासन ने पारस हॉस्पिटल (Paras Hospital) के प्रबंधन पर 11 दिन बाद कार्यवाई की है। आगरा पुलिस (Agra police) ने निजी अस्पताल के संचालक के संचालक डॉक्टर अरिंजय जैन और मैनेजर एसपी यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अस्पताल पर जानकारी छिपाये जाने और सही रिपोर्ट न देने का आरोप लगा है। आईपीसी की धारा 188, 269, 270, 271 के तहत केस दर्ज किया गया है।
आगरा सहित दस जिलों में फैलाने वाले भगवान टॉकीज स्थित पारस हॉस्पिटल को लेकर शहरवासियों में आक्रोश था। लोग बार- बार कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इस एक हॉस्पिटल की वजह से अकेले आगरा के 25 लोग संक्रमित हो चुके थे। जिनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है। हॉस्पिटल और कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने का सिलसिला 6 अप्रैल को शुरु हुआ था। एक के बाद सात और फिर दो दर्जन से अधिक लोग सिर्फ इस एक हॉस्पिटल के संपर्क में आने से काेरोना वायरस की चपेट में आ गए थेेे।
आपको बता दें कि आगरा में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके पीछे इस निजी अस्पताल का बड़ी भूमिका मानी जा रही है। अब तक 28 से ज्यादा लोग इस अस्पताल से संक्रमित हुए हैं। आगरा प्रशासन लगातार इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा था। आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण का असर सबसे ज्यादा आगरा में है। यहां संक्रमित मरीजों की संख्या 174 तक पहुंच गयी है।
आगरा में जमातियों के बाद पारस अस्पताल से जिलेभर में कोरोना वायरस फैला। इस अस्पताल में किडनी की बीमारी से पीड़ित आगरा निवासी 65 वर्षीय महिला 15 मार्च से दो अप्रैल तक भर्ती रही। यहां से जब मथुरा के नयति अस्पताल पहुंची तो चार अप्रैल को उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई।
इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पारस अस्पताल के स्टाफ, यहां भर्ती मरीजों व उनके संपर्क में लोगों के सैंपल लिए थे। इस अस्पताल से जुड़े करीब 28 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। और दो लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि दस अन्य जिलों में भी यहां से संक्रमण मरीजों और स्टाफ द्वारा पहुंच चुका है। पारस हॉस्पिटल से फैले काेरोना वायरस संक्रमण से संक्रमित मरीजों की संख्या आगरा के अलावा अन्य दस जिलों में भी पहुंच चुकी है। फीरोजाबाद निवासी एक व्यक्ति हॉस्पिटल में कार्यरत था। उसमें पुष्टि होने के बाद 6 लोग भी संक्रमित मिले। अभी 14 लोगों को क्वारंटाइन किया हुआ है। मैनपुरी में यहां से इलाज कराके लौटे चार लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है। औरैया निवासी युवक पारस हॉस्पिटल में भर्ती अपनी बहन को देखकर लौटा था। शुक्रवार को उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इटावा निवासी 55 वर्षीय व्यक्ति अपनी पत्नी का यहां से इलाज कराकर लौटा था। उसमें भी संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनके संपर्क में आए सभी लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इनमें 239 लोग संदिग्ध हैं।
लापरवाही और सही सूचनाएं न देने पर पारस अस्पताल के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि पारस अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को क्वारंटीन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। पूरे परिसर को सैनिटाइज करने के साथ आसपास का क्षेत्र सील कर दिया गया है।