उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के आगरा (AGRA) में कोरोना के कहर से यहां के नागरिक बुरी तरह सहमे हुये है, एक दिन में तीन- तीन बार रिपोर्ट आ रही है, हर रिपोर्ट बड़ी स॔ख्या में संक्रमित निकल रहे है ।आगरा(AGRA) में कोरोनावायरस (Coronavirus) का संक्रमण और तेज हो गया है।
24 घंटे आयी रिपोर्ट में 41 और संक्रमित मिलने से अब संख्या 310 हो गयी है । जो उत्तर प्रदेश( Uttar Pradesh) में सबसे अधिक है। मंगलवार सुबह ही 28 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव (Covid-19 Positive) आई। देर रात 13 नए मामले के साथ यह आंकड़ा 41 पर पहुंच गया। इससे पहले सोमवार देर शाम को 12 नए मरीज मिले थे। करीब 30 घंटे में कोरोना के 55 मरीज पाए गए। आगरा में (AGRA) मंगलवार को 41 और कोरोना पॉजिटिव (Covid-19 Positive) मरीज मिले। इसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 310 हो गई है। जिले में अब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) से 6 की मौत हो गई हैं।आगरा के दो मरीज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें प्रशासन ने आगरा की सूची में शामिल नहीं किया है। ये दोनों नामनेर के चिकित्सक पिता-पुत्र हैं।
कोरोना के 41 नए मामले सामने आने के बाद 310 मामलों में जमातियों और उनके संपर्क में आने से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 104 हो गई है। श्री पारस हॉस्पिटल से जुड़े मामलों की संख्या 90 हो गई है। फतेहपुर सीकरी में कोरोना का आंकड़ा 35 पहुंच गया है। सबसे ज्यादा खतरा अब एसएन और अस्पताल में काम करने वाले हेल्थ वर्कर के कोरोना संक्रमित होने के बाद बढ़ गया है क्योंकि उनके संपर्क में आए कुल 33 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। वही ट्रैवलिंग के दौरान संक्रमित हुए लोगों और उनके संपर्क में आने से लगभग 26 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 20 अन्य लोग भी कोरोना संक्रमित है।
वहीं सुबह आये कोरोना संक्रमित के मामले में एक 108 एबुंलेंस चालक है, 26 साल का चालक कन्नौज का रहने वाला है। वह कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ले जाने का काम कर रहा था। खटीकपाडा निवासी एसएन में भर्ती 12 साल की बच्ची और उसके भाई में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। फव्वारा दवा बाजार के थोक दवा की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि होने के बाद अब दो और कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
आगरा डीएम ने जानकारी दी कि अब तक शहर में 5000 से ज्यादा लोगों की सैंपलिंग हो चुकी है। 24 सेंटरों के साथ सैकड़ों घरों में लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है लेकिन सब्जी विक्रेताओं और मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले कर्मचारियों में कोरोना की पुष्टि होने के बाद कम्युनिटी ट्रांसफर का खतरा बढ़ गया है।