आगरा में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा अब चार सौ पार पहुंच गया है। कुल 403 कोरोना संक्रमित मामले सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश में आगरा पहले और देश में 11वें स्थान पर पहुंच गया है। अब तक 12 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को कोरोना वायरस, के 16 नए मरीज मिले थे। वहीं एसएन (S.N. Medical College) मेडिकल कॉलेज में सोमवार को 25 वर्षीय कोरोना संक्रमित (Corona Positive ) युवक की मौत हो गई थी। वो सांस की बीमारी से भी पीड़ित था। चिकित्सकों का कहना था कि दिल का दौरा पड़ने से युवक की जान गई। जिले में संक्रमित मृतकों की संख्या 12 तक पहुंच गई है। एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना उपचार के नोडल अधिकारी डॉ. आशीष गौतम ने बताया कि मस्ता की बगीची निवासी 25 वर्षीय संतोष कुमार पुत्र अशोक कुमार को 23 अप्रैल को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। ताजनगरी में जान गंवाने वाले 12 संक्रमितों में यह सबसे कम उम्र का था।
गर्भवती महिला, एसएन के वार्ड बॉय सहित 16 की मंगलवार को कोरोना की पुष्टि हुई है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढकर 403 पहुंच गई है। इन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। हरीपर्वत के माईथान निवासी 28 साल की गर्भवती का इलाज लेडी लॉयल महिला चिकित्सालय में चल रहा था। वह 24 अप्रैल को हरीपर्वत क्षेत्र के हॉस्पिटल में इलाज के लिए पहुंची, यहां से कोरोना की जांच कराने के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
मंगलवार को मिले कोरोना वायरस के नए मरीजों में कलक्ट्रेट में एसीएम के दफ्तर में तैनात होमगार्ड भी शामिल है। वो फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के गांव नगला कोरई का रहने वाला है। पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे आइसोलेट कर दिया गया है।
क्वारंटीन सेंटरों पर प्रशासन की बदइतंजामी को लेकर जबरदस्त गुस्सा था मंगलवार कई क सेंटरो पर बवाल मचता रहा ।आगरा ( AGRA) में महाराजा अग्रसेन सेवा सदन, कमला नगर में छह अप्रैल से आए पारस अस्पताल के कर्मचारियों के सब्र का बांध मंगलवार को टूट गया। उन्होंने भूख हड़ताल शुरू दी। इन्होंने कहा कि बिना अन्न-जल के धरना देंगे। अस्पतालकर्मियों ने आरोप लगाया कि न जांच हो रही है और न घर जाने दिया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और डीएम के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी इन युवा बेरोजगार कर्मचारियों का बेवजह उत्पीड़न कर रहे हैं। जो साथी पॉजिटिव आए थे उन्हें अन्य सेंटर्स से घर भेजा जा चुका है।दोपहर में एसीएम-द्वितीय वीके गुप्ता स्वास्थ्य टीम के साथ पहुंचे। निगेटिव रिपोर्ट और 14 दिन पूरा कर चुके सभी लोगों की फिर से स्क्रीनिंग की गई। शाम को यहां से 48 लोगों को घर भेज दिया गया।
आगरा ( AGRA,) के कीठम स्थित क्वारंटीन सेंटर में मंगलवार सुबह फिर हंगामा हुआ। लोगों ने भागने की कोशिश की और जबरन गेट खोल कर बाहर मैदान में आ गए। उन्होंने खाना-पानी नहीं मिलने के आरोप लगाए। डॉक्टर से अभद्रता की। एक घंटे की मशक्कत के बाद समझा-बुझाकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें दोबारा अंदर क्वारंटीन सेंटर में भेजा।
हिंदुस्तान कॉलेज के इस क्वारंटीन सेंटर पर रविवार को भी लोगों ने हंगामा किया था। खाना नहीं मिलने, बिस्किट से पेट भरने और भेदभाव के आरोप लगाए। पहले डीएम और एसएसपी, फिर प्रमुख सचिव ने यहां दौरा किया। यहां अव्यवस्थाएं फैलने के लिए बीडीओ अछनेरा के खिलाफ निलंबन की संस्तुति की गई थी।
आगरा में जगह-जगह हॉटस्पॉट बना दिए गए हैं। ऐसे में हर इलाके के हॉटस्पॉट पर पुलिस लगाना मुश्किल हो गया है। इस पर हॉटस्पॉट क्षेत्र का दायरा बढ़ा दिया गया है। एक किलोमीटर में एक हॉटस्पॉट होगा। इसमें मरीजों की संख्या कितनी ही क्यों न हो।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि हॉटस्पॉट की संख्या अब 33 हो गई है। दायरा बढ़ने से कम पुलिसकर्मियों को लगाया जा सकेगा। मानीटरिंग करने में भी आसानी होगी।
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती पांच और मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है। इसमें एक चिकित्सक भी शामिल है। सोमवार को सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। अब तक आगरा के 54 संक्रमित मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं।