आगरा (Agra ) में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) का संक्रमण थम नहीं रहा है। इससे स्थिति चिंताजनक हो गई है। कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) का आंकड़ा अब 758 गया है।रविवार को आई रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण के 13 नए मामले मिले हैं। इससे(Agra ) जिले में अब कोरोना पॉजिटिव 758 हो गये है । इनके अलावा आगरा सेंट्रल जेल के 12 कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन्हें प्रशासन ने अभी गिनती में नहीं लिया है। प्रशासन कहना है कि पुष्टि के लिए कैदियों के सैम्पल की पुनः जांच कराई जाएगी। 25 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।
कोरोना वायरस ( Coronavirus ) ने अब (Agra ) गांव में किसानो को चपेट मे लेना शुरु कर दिया है ।अब शहर से गांव तक वायरस पहुंच गया है। शमसाबाद क्षेत्र के एक गांव निवासी आलू किसान कोरोना संक्रमित निकला है। शुक्रवार को उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे घर से ले गई। पुलिस ने घरवालों को होम क्वारंटीन कर दिया है। गांव को सैनिटाइज कराते हुए रास्तों को सील कर दिया गया है।
संक्रमित किसान करीब 15 दिन पहले आलू बेचने आजादपुर मंडी (नई दिल्ली) गया था। वहां से लौटने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई। गांव में ही एक डॉक्टर से दवाई ले ली।परिजनों की सलाह पर किसान स्वास्थ्य परीक्षण कराने जिला अस्पताल गया था। जहां शुक्रवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
आगरा(Agra ) में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के कहर से पूरा जिला डरा हुआ है लगातार मौतें हो रही है हालात जब पूरी तरह बिगड़ गये तब 50 दिन बाद राज्य सरकार जागी है ।आगरा में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए सीएमओ और एडी को हटाकर उनके स्थान पर नई तैनाती कर दी है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने इस संबंध में रविवार को आदेश जारी कर दिया है। हटाए गए दोनों जून में सेवानिवृत्त हो रहे हैं।हाल में आगरा के विशेष कार्याधिकारी बनाए गए डा. आरसी पांडेय को मुख्य चिकित्साधिकारी बनाया गया है। इस पर रहे डा. मुकेश कुमार वत्स को डीएम कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इसी तरह विशेष कार्याधिकारी बनाए गए डा. अविनाश सिंह को आगरा का अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आगरा मंडल बनाया गया है। इस पद पर रहे डा. एके मित्तल को मंडलायुक्त कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ, कानपुर व आगरा(Agra ) में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने और हालात की निगरानी का जिम्मा वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और मेडिकल अफसरों को सौंपा है। उनके निर्देश पर इन अधिकारियों को रविवार को ही जिलों में भेज दिया गया। ये अधिकारी जिलों में कैंप करके विशेष समीक्षा करेंगे और सुबह-शाम शासन को रिपोर्ट भेजेंगे।
मुख्यमंत्री रविवार को अपने आवास पर उच्चस्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने आगरा,(Agra ) मेरठ व कानपुर पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कानपुर में यूपीसीडा के एमडी अनिल गर्ग व आईजी दीपक रतन, आगरा में प्रमुख सचिव अवस्थापना व औद्योगिक विकास आलोक कुमार और आईजी विजय कुमार की तैनाती की गई है।
मेरठ की कमान प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश और आईजी लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है। इनके साथ स्वास्थ्य विभाग के भी दो-दो वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती की गई है।
क्वारंटीन सेंटर्स में व्याप्त अव्यवस्थाओं से शासन संतुष्ट नहीं है। कहीं शौचालय नहीं, तो कहीं स्नानगार। ऐसे में अगर संक्रमण फैला, तो सीधे डीएम जिम्मेदार होंगे। मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम व कमिश्नर को पत्र लिख क्वारंटीन सेंटर्स के हालात सुधारने के लिए चेताया है।
आगरा में बढ़ते संक्रमण के मामलों की जांच के लिए दिल्ली से आई दो सदस्यीय केंद्रीय स्वास्थ्य टीम रविवार को हॉटस्पॉट का जायजा लिया। जमीनी हकीकत देखने के बाद हॉटस्पॉट में सख्ती बढ़ाने के लिए प्रशासन को चेताया। टीम ने कहा, अगर लोगों की आवाजाही नहीं रोकी गई, तो संक्रमण बेकाबू हो सकता है। हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
आगरा में 45 हॉटस्पॉट हैं। इनमें मंटोला ढोलीखार में 38 केस मिल चुके हैं। वजीरपुरा गांधीनगर में 33 पॉजिटिव हैं। एसएन के आसपास क्षेत्र में 59 केस मिले हैं। छत्ता क्षेत्र में 46 और आवास विकास कॉलोनी में 39 केस निकले हैं। जगदीशपुरा-लोहामंडी में 33 और आजमपाड़ा में अब तक 41 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में शहर के इन इलाकों में सबसे ज्यादा संक्रमण का खतरा है। यहां रोज नए केस भी सामने आ रहे हैं।