आगरा (Agra ) में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) का संक्रमण थम नहीं रहा है अब गांवों में भी बढ़ने लगा है ,इससे स्थिति ओर चिंताजनक हो गई है। कोरोना मरीजों की मृत्यु दर के मामले में भी प्रदेश में आगरा सबसे ऊपर है। यहां अब तक 25 मरीजों की जान जा चुकी है। आंकड़ों में दूसरे स्थान पर मेरठ था, जहां 13 की जान गई है।सोमवार को आई रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण के 14 नए मामले मिले हैं। इससे(Agra ) जिले में अब कोरोना पॉजिटिव 772 हो गये है। आगरा(Agra ) में कोरोना वायरस के कहर से पूरा जिला डरा हुआ है।
आगरा(Agra ) में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) का संक्रमण अब गांवों में भी बढ़ने लगा है। जिले के 19 गांवों में 98 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। फतेहपुर सीकरी के बाद बरौली अहीर का ककुआ गांव सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है।
फ़तेहपुर सीकरी कस्बा में 27 लोग संक्रमित हो चुके हैं। बरौली अहीर में ककुआ समेत चार गांव चपेट में आए हैं। ककुआ में 16 पॉजिटिव हैं, जबकि रजरई गांव में 4 लोग संक्रमित हुए हैं। देवरी रोड स्थित नगला कली गांव में 10 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
गांव श्यामो, नधौत में एक-एक केस मिला है। गांवों में संक्रमण की रफ्तार बढ़ने से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। इन गांवों के संक्रमितों के संपर्क में आए 250 से अधिक लोग सेंटर्स में क्वारंटीन हैं। ये सभी गांव सील हैं। गांव की गलियों में बैरिकेडिंग कर दी गई है।
शहर में ताजगंज सबसे बड़ा हॉटस्पॉट है। यहां 61 कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) केस मिल चुके हैं। ताजगंज से सटे गांवों में भी अब संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है। बमरौली कटारा क्षेत्र के दो गांव भी हॉटस्पॉट हैं।
कोरोना के उपचार के लिए तैयार सिस्टम का आलम यह रहा कि लोगों का भरोसा ही उठता गया। पहले तो केवल क्वारंटीन सेंटर में अव्यवस्था का रोना था। अब रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर ही खतरा है। फीरोजाबाद में ही 10 केस ऐसे आ चुके हैं, जिनकी पॉजीटिव रिपोर्ट दूसरी जगह जांच कराने पर नेगेटिव निकली। वहीं आगरा में लिए जा रहे सैंपल्स की रिपोर्ट नियमानुसार 12 से 24 घंटे में आ जानी चाहिए, उसे आने में आठ दिन तक लग रहे हैं। जबकि पहले सैंपल की जांच केजीएमयू लखनऊ और एएमयू में हो रही थी, अब तो यह सुविधा एसएन मेडिकल कॉलेज और जालमा में भी शुरू हो चुकी है। आठ दिन तक रिपोर्ट आने की दशा में संक्रमित भी बढ़ रहे हैं और लोग अपनी जान तक गवां बैठे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. आरसी पांडे का कहना है कि कोरोना वायरस Coronavirus की रोकथाम के लिए नमूनों की जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। हर घर तक स्वास्थ्य विभाग की टीम जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। इसके लिए टीमों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
टीम लोगों की स्क्रीनिंग कर कोरोना वायरस Coronavirus के लक्षण का पता लगाए, किसी में वायरस की आशंका होने पर इनके नमूने लेकर जांच कराने के लिए लैब भेजे जाएंगे। ऐसा होने से संक्रमित मरीज की पहचान जल्द होगी और इससे वायरस का संक्रमण दूसरों में फैलने का खतरा भी कम होगा।
सोमवार को पदभार ग्रहण करने के बाद सीएमओ ने बताया कि राष्ट्रीय जालमा संस्थान में रीयल टाइम पीसीआर मशीन का पूरा सेटअप लगने के बाद यहां लगभग 500 नमूनों की जांच की क्षमता हो जाएगी। अभी 100 के करीब जांच हो रही है।