आगरा (Agra ) में कोरोना वायरस ( Coronavirus ) का संक्रमण थम नहीं रहा है ,मंगलवार को आई रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण के 12 नए मामले मिले हैं इससे आगरा (Agra ) जिले में अब कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) 779 हो गये है। जिले के 19 गांवों में 98 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं।
आगरा सेंट्रल जेल में कोरोना संक्रमित बंदी के आसपास रहे 100 और बंदियों को मंगलवार को जेल प्रशासन ने क्वारंटीन कर दिया। 14 बंदियों को पहले ही विशेष बैरक में क्वारंटीन किया जा चुका है। झांसी निवासी 60 वर्षीय बंदी को ब्रेन स्ट्रोक होने पर तीन मई को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। छह मई को उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। नौ मई को उसकी मौत हो गई थी।मृत बंदी के संपर्क के 14 बंदियों को सात मई को ही विशेष बैरक में क्वारंटीन कर दिया गया था। जेल स्टाफ के 16 लोग भी होम क्वारंटीन किए गए। झांसी का बंदी जिस बैरक में था, उसके सर्किल के सौ बंदियों को मंगलवार को क्वारंटीन किया गया।
झांसी का बंदी कोरोना संक्रमित कैसे हुआ? यह सवाल अब भी बना हुआ है। उसके एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने पर कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) का पता चला था। इसके बाद 12 बंदी कोरोना संदिग्ध हैं। झांसी का बंदी कैसे संक्रमित हुआ यह अब तक पता नहीं चल सका है।
आगरा में केदार नगर निवासी 65 साल के कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई थी, उनके 46 और 39 साल के बेटे में भी कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) की पुष्टि हुई है, ये दोनों क्वारंटाइन सेंटर में थे। इन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इसी तरह से कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आए राम नगर शाहगंज निवासी 34 साल के युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। कोरोना संक्रमित महिला के संपर्क में आने से केके नगर सिकंदरा के 43 साल के मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एसएन इमरजेंसी में बुखार और सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती की गईं 56 साल की एमएम गेट कोतवाली क्षेत्र निवासी महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है। एसएन के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती 68 साल के मरीज और 62 साल की महिला मरीज की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
आगरा (Agra )में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच अफसरों की मनमानी कर रहे है।। मुख्यमंत्री के आदेश पर शुरू हुई पूल टेस्टिंग पिछले आठ दिन से बंद है। इधर, एकल सैंपलिंग की रिपोर्ट भी समय पर नहीं मिल रहीं। विगत सप्ताह पूल टेस्टिंग में चार सब्जी विक्रेता व एक पुलिस कर्मी संक्रमित निकले थे। दवा विक्रेता इसकी मांग कर रहे थे। लेकिन अचानक यह बंद कर दी गई।कोरोना संक्रमण की जांच का दायरा बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा, लखनऊ व गोरखपुर में पूल टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू करने के आदेश दिए थे।
दो दो बार रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी लोगों को डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा । हालत कुछ लोग 40 दिन बिना बात के क्वारंटीन सेंटर्स में रोके हुये है ।हालात यह कोई अधिकारी कुछ बता पाने की स्थित मे नही है । दो बार कोरोना (COVID-19) नेगेटिव रिपोर्ट आने पर भी आगरा में करीब 60 लोगपिछले 42 दिनों से वे क्वारंटीन हैं। इनमें से 24 ऐसे हैं जो गंभीर स्वास्थ्य बीमारियों जैसे डायबिटीज और हृदय रोगों से पीड़ित हैं। इनका पहला टेस्ट 3 अप्रैल और दूसरा टेस्ट 20 अप्रैल को हुआ था। दोनों ही बार रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।