उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के औरैया (Auraiya) जिले में शनिवार सुबह भीषण सड़क हादसा हुआ। दिल्ली-कोलकाता हाईवे पर एक ढाबे के पास चाय पीने को रुकी प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labourers ) से भरी डीसीएम में चूना लदे ट्रॉले ने टक्कर मार दी।हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई। एक-एक कर चूने में दबे शवों को निकाला गया।दिल्ली-कानपुर हाइवे पर हुए दर्दनाक हादसे में 36 श्रमिक गंभीर रूप से घायल हैं।
औरैया (Auraiya) हादसे का मंजर देख हर कोई सहम गया। 22 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर हालत होने के कारण 15 लोगों को सैफई रेफर किया गया है।यह घटना औरैया कोतवाली क्षेत्र के चिरूहुली के पास की है। घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा। ट्रॉले में सभी प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labourers ) सवार थे। एक डीसीएम गाजियाबाद से 20 प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labourers ) को लेकर मध्यप्रदेश के सागर जा रहा था। जबकि चूना लदा ट्रॉला राजस्थान से पश्चिम बंगाल के लिए चला था। इसमें करीब 70 प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labourers ) सवार थे।अंधेरा होने की वजह से मजदूरों को मदद मिलने में देरी हुई, और कई मजदूरों की इलाज के अभाव में मौत हो गई। मारे गये सभी मजदूर बिहार, बंगाल और झारखंड के हैं। बिहार के मजदूरों के बारे में जानकारी ली जा रही है।
हादसे में मरने वालों में राहुल पुत्र विभूति निवासी गोपालपुर थाना पिंडा जोरा झारखंड, नंदकिशोर, कनी लाल पिंडा जोरा झारखंड, केदारी यादव पुत्र मुन्ना यादव निवासी बारा चट्टी बिहार, अर्जुन यादव, राजा गोस्वामी, मिलन निवासी पश्चिम बंगाल, गोवर्धन पुत्र गोरांगो, अजीत पुत्र अमित निवासी पशिम बंगाल, चंदन राजभर, नकुल महतो, सत्येंद्र निवासी बिहार, गनेश निवासी पुरुलिया पश्चिम बंगाल, उत्तम, सुधीर निवासी गोपालपुर, डॉक्टर मेहती, मुकेश, सोमनाथ गोस्वामी आदि शामिल हैं।
औरैया (Auraiya) की मुख्य चिकित्साधिकारी अर्चना श्रीवास्तव ने बताया कि 24 लोगों को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। फिलहाल 22 लोग अस्पताल में भर्ती हैं और 15 लोगों को जो गंभीर रूप से घायल थे, उन्हें सैफई पीजीआई में रेफर किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा था कि प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labourers ) व श्रमिकों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों व पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया है कि वे यह देखें कि कोई भी प्रवासी कामगार-श्रमिक पैदल अथवा बाइक से यात्रा न करने पाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद के हर थाना क्षेत्र में एक टीम गठित करते हुए पैदल अथवा बाइक से यात्रा करने वाले प्रवासी कामगार व श्रमिकों को रोका जाए। उन्होंने ट्रक आदि असुरक्षित वाहनों से सवारी ढोने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं।