मुम्बई ( Mumbai) के बांद्रा ( Bandra)रेलवे स्टेशन के बाहर मंगलवार को एक बार फिर हजारों प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labourers ) की भीड़ जुट गई।सोशल मीडिया पर फैले मंगलवार की घटना के वीडियो में बांद्रा ( Bandra)टर्मिनस के गेट की ओर अपने बैगों को लेकर बड़ी संख्या में प्रवासी बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि लोग ग्यारह बजे इलाके में पहुंचने लगे थे। टर्मिनस से बिहार के पूर्णिया जा रही ट्रेन,पकड़ने सभी प्रवासी मजदूर पहुंचे थे। जो उन 1700 प्रवासी मजदूरों और परिवार वालों के लिए थी, जिन्होंने राज्य सरकार के पास आवेदन किया था और उन्हें यात्रा की इजाजत दी गई थी। लेकिन सैकडों ऐसे प्रवासी मजदूर भी पहुंच गए थे, जिन्हें यात्रा की इजाजत ही नहीं थी।
स्टेशन के बाहर भगदड़ जैसा माहौल बन गया। भीड़ जुटने की खबर मिलने पर पुलिस और प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जिन यात्रियों को यात्रा की इजाजत थी, उन्हें रवाना कर दिया गया, जबकि दूसरे लोगों को वापस भेज दिया गया। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर ने बताया कि 1700 यात्रियों को लेकर श्रमिक विशेष ट्रेन (Special trains) मंगलवार दोपहर 12 बजे रवाना कर दी गई। लेकिन इससे पहले हजारों ऐसे लोग जिन्होंने यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था, वे स्टेशन के करीब पुल और सड़क पर जमा हो गए। राज्य सरकार की ओर से तैनात अधिकारियों ने वैध यात्रियों को ही ट्रेन में सवार होने की इजाजत दी।
फिलहाल सामान्य यात्रियों के लिए टिकट खिड़की नहीं खुली है, इसलिए लोगों से कहा गया कि वे सीधे स्टेशन न आएं। आवेदन के बाद राज्य सरकार ने जिन्हें इजाजत दी है, वही यात्री ट्रेन में सफर कर सकतें हैं। बांद्रा स्टेशन के बाहर एक बार फिर हजारों यात्रियों की भीड़ जुटने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे।
भीड़ में कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहा था। लोग किसी भी कीमत पर ट्रेन में सवार होना चाहते थे। लेकिन पुलिस काफी मशक्कत के बाद लोगों को लौटाने में कामयाब रही। इससे पहले 14 अप्रैल को बांद्रा स्टेशन के बाहर ही ट्रेन शुरू होने की अफवाह के बाद हजारों प्रवासी मजदूर जमा हो गए थे।