रामजन्मभूमि (Ram Janmabhoomi )परिसर में भव्य राममंदिर (Ram Temple) निर्माण के लिए समतलीकरण का कार्य जारी है। इसी बीच बुधवार को की जा रही खुदाई में मंदिर के अवशेष प्राप्त हुए हैं। रामजन्मभूमि परिसर के पुराने गर्भगृह स्थल के समतलीकरण का कार्य श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ram Janmabhoomi Tritha Kshetra Trust ) की देखरेख में 11 मई से चल रहा है।
समतलीकरण के कार्य में अब तक खुदाई के दौरान मंदिर के अवशेष सहित विभिन्न कलाकृतियां, आमलक व विभिन्न प्रकार के पत्थर मिले हैं। खुदाई के दौरान अब तक देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, 4 फीट से बड़ा एक शिवलिंग उस हिस्से से मिला है जहां मलबा हटाने और समतलीकरण का काम चल रहा था। खुदाई के दौरान भारी संख्या में देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियों के अतिरिक्त 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तम्भ, 6 रेड सैंडस्टोन के स्तम्भ सहित 4 फीट से बड़ा एक शिवलिंग भी मिला है। गर्भ गृह के नीचे मंदिर से जुड़े अवशेष मिलने के बाद अयोध्या के साधु संतों में हर्ष की लहर है, वे कहते हैं कि पुरातत्व विभाग और उन्होंने जो कुछ भी कहा था, वह सच साबित हो रहा है।
इसी बीच भाजपा ने ट्वीट किया है कि सच छुप नहीं सकता।भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सच को दबा सकते हैं, लेकिन अधिक दिनों तक छुपा नहीं सकते, एक दिन वह सामने जरूर आ जाता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए हो रही खुदाई के समय सामने आईं दुर्लभ मूर्तियां जय जय श्रीराम।
सच को दबा सकते है
मगर बहुत दिनों तक छुपा नहीं सकते
एक दिन वो सामने ज़रूर आता है।अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण के लिए हो रहे खुदाई के समय सामने आयी दुर्लभ मूर्तियाँ
जय जय श्री राम। pic.twitter.com/GkL3u4u6NX
— Sambit Patra (@sambitswaraj) May 21, 2020
गर्भ गृह के नीचे मंदिर से जुड़े अवशेष मिलने के बाद ट्विटर यूजर के निशाने पर इरफान हबीब (Irfan Habib) और रोमिला थापर (Romila Thaper) आ गये है, यूजर माफी मांगने को कह रहे हैं।ट्विटर पर इरफान हबीब (Irfan Habib) ट्रेंड कर रहे हैं।
दरअसल, इरफान हबीब ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाए थे। उन्होंने तो सुप्रीम कोर्ट की इस बात को भी मानने से इनकार कर दिया था कि 1856-57 से पहले अयोध्या में नमाज नहीं पढ़ी जाती थी। वह पहले से ही इस बात के खिलाफ हैं कि विवादित भूमि पर कभी मंदिर था। उन्हीं की तरह इतिहासकार रोमिला थापर ने भी आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की खुदाई में मिले सबूतों को मानने से इनकार कर दिया था। उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को भी स्वीकार नहीं किया था। यही वजह है कि लोग ट्विटर पर दोनों को ही खरी खोटी-खरी रहे है।
इरफान हबीब(Irfan Habib) और रोमिला थापर (Romila Thaper) पर निशाना साधते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा-इरफान हबीब और रोमिला थापर ने दावा किया कि राम मंदिर कभी अस्तित्व में नहीं था, एक हिंदुत्व विरोधी प्रोपगेंडा के तहत झूठ बोल प्रचार चला रहा है और भारतीय इतिहास को नष्ट कर रहा है और यह इसका सबूत है।
These two bigots #IrfanHabib & #RomilaThapar who claimed that Ram Mandir never existed ,are running an anti-hindu propaganda & destroying Indian history and it’s evidences. People who questioned the existence of #Shree_Ram will not be forgiven.#RamMandirExisted #JaiShriRam pic.twitter.com/8RssRceac2
— Sugandh Srivastava (@sugandhere) May 21, 2020
एक ट्विटर यूजर ने लिखा- ‘हिंदू विरोधी, भारत विरोधी इतिहासकर जैसे इरफान हबीब, रोमिला थापर को इस मुद्दे पर प्रोपगेंडा के तहत झूठ बोलने, सुन्दर और विस्तृत इतिहास छुपाने और अयोध्या मामले पर कोर्ट को भटकाने के लिए उम्रकैद की सजा होनी चाहिए। यह और कुछ नहीं बल्कि विश्वासघात है।
‘Leftist anti-Hindu, anti-India historian’s like #IrfanHabib #RomilaThapar must be jailed for life for hiding our beautiful and vast history from us & for lying in this matter as per propaganda & diverting the court on the #Ayodhya issue. This is nothing but treachery https://t.co/sKZ7diXvsC
— The_Tall_Indian (@Main_Amitabh) May 21, 2020
एक अन्य यूजर ने इरफान हबीब (Irfan Habib) और रोमिला थापर पर निशाना साधते हुए कहा- इरफान हबीब, अपनी हठधर्मिता और बेशर्मी से बोले गए झूठ के लिए क्या आप इस पर कुछ कहेंगे? भारत के लोग आपको और रोमिला थापर को कभी माफ नहीं करेंगे।
@irfhabib Can you comment something on this you bigot and shameless liar!!
People of India will never forgive you and that Romila Thapar.#Ayodhya #ayodhyaramtempleexcavations #irfanHabib #RamMandir #RamJanmabhoomi pic.twitter.com/ZBBVUDIca5
— Father of the Dragons (@DragonsKaBaap) May 21, 2020
परिसर में राममंदिर निर्माण के कार्यों को धीरे-धीरे गति प्रदान करने का काम अब शुरू हो गया है। हालांकि कोरोना संकट के कारण घोषित लॉकडाउन के चलते राममंदिर का निर्माण कार्य प्रभावित रहा। निर्माण की गति मंद है, लेकिन धीरे-धीरे अब काम तेजी पकड़ रहा है।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अयोध्या में भावी मंदिर के निर्माण के लिए भूमि के समतलीकरण एवं पुराने गैंग-वे को हटाने का काम जारी है। कोरोना महामारी के संबंध में समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करते हुए मशीनों का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क समेत अन्य सभी सुरक्षा उपायों का प्रयोग किया जा रहा है।
इस कार्य में तीन जेसीबी, एक क्रेन, दो ट्रैक्टर व दस मजदूर लगे हैं।जेसीबी के जरिए गर्भगृह के चारों तरफ के मलबे को हटाया जा रहा है। इसी प्रकार दर्शन मार्ग पर दर्शनार्थियों के लिए बनाए गए गैंग-वे की बैरीकेडिंग को हटाने का भी काम जारी है।