कोलकाता पश्चिम बंगाल (West Bengal) और ओडिशा (Odisha ) में बुधवार को तबाही मचाने के बाद भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान ( Cyclone Amphan ) अब धीमा पड़ने लगा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( Mamata Banerjee ) ने बताया कि तूफान की वजह से बंगाल में 74 लोगों की मौत हुई है। पश्चिम बंगाल में आए बीते सौ साल के सबसे शक्तिशाली तूफान ने भारी तबाही मचाई। महज कुछ घंटों में कोलकाता की पूरी तस्वीर बदल गई। बृहस्पतिवार सुबह कोलकाता का नजारा ऐसा था मानों सिटी ऑफ जॉय को किसी ने कुचल कर रख दिया हो।
ममता ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी से अपील करूंगी कि वे खुद बंगाल आएं और यहां के हालात देखें।” ममता की अपील के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साइक्लोन प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करने जाएंगे।अम्फान( Cyclone Amphan ) स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली से पश्चिम बंगाल से के लिए रवाना हो गए हैं। वह आज हवाई सर्वेक्षण करेंगे और समीक्षा बैठक में भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा- बंगाल में तूफान से हुई तबाही की तस्वीरें देखीं। पूरा देश मजबूती के साथ बंगाल के साथ खड़ा है। राज्य के लोगों की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहा हूं। प्रभावितों की मदद में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी।
अम्फान( Cyclone Amphan ) भयानक होगा इसका अंदाजा था, लेकिन इतनी तबाही होगी इसकी कल्पना नहीं थी। पूरा महानगर कचरे के ढेर में तब्दील हो गया है।अब तक आने वाले तूफानों में सुंदरबन के मैंग्रोव जंगल कोलकाता को बचा लेते थे, लेकिन बुधवार शाम आए अम्फान के सामने सुंबरबन संकटमोचक नहीं बन सका। 120 से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने हजारों पेड़ उखाड़ दिए। ऐसी कोई सड़क नहीं बची जहां पेड़ गिरने के कारण आवाजाही ठप नहीं हुई हो।
बिजली और केबल के खंभों के अलावा टेलीफोन और इंटरनेट की लाइनें तहस-नहस हो गईं। 12 सौ से ज्यादा मोबाइल टावर नष्ट होने से बुधवार रात से मोबाइल नेटवर्क लगभग ठप है। खंभे उखड़ने के कारण कोलकाता का ज्यादातर हिस्सा पूरी रात अंधेरे में डूबा रहा। कई हिस्सों में बिजली सप्लाई बहाल नहीं की जा सकी। बुधवार रात आठ से दस बजे के बीच दो घंटे में 220 मिमी बारिश रिकार्ड की गई।
तूफान ( Cyclone Amphan ) के दौरान कोलकाता हवाई अड्डे पर खड़े 40 टन वजनी विमान तूफान की चपेट में आकर ऐसे हिल रहे थे मानों कोई खिलौना हों। हवाईअड्डे पर बाढ़ जैसा नजारा है। तूफान की वजह से एक निजी विमान को नुकसान पहुंचा है।
ओडिशा के 9 जिले पुरी, गंजम, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रापाड़ा, जाजपुर, गंजाम, भद्रक और बालासोर प्रभावित हैं। पश्चिम बंगाल के तटीय जिले पूर्वी मिदनापुर, 24 दक्षिण और उत्तरी परगना के साथ ही हावड़ा, हुगली, पश्चिमी मिदनापुर और कोलकाता पर तूफान का असर रहा।