
आगरा में अब तक 2 भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं की जान कोरोना वायरस ले चुका है ।इससे पूर्व संक्रमित बीजेपी युवा मोर्चा के नेता परमेश राव मराठा (Parmesh Rao Maratha) का इलाज के दौरान निधन हो गया।उन्हें खांसी और सांस लेने में समस्या को लेकर आगरा के जिला अस्पताल एसएन मेडिकल कॉलेज (SN Medical College Agra ) में भर्ती कराया गया था, उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
आगरा (Coronavirus In AGRA ) में संक्रमितों की रफ्तार भले कम हो गई हो, लेकिन हर रोज संक्रमित केस मिलना चिंताजनक है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मिले आठ संक्रमितों में दो गर्भवती महिलाएं भी हैं। इसी के साथ अब तक आगरा में कुल संक्रमितों की संख्या 851 पहुंच गई है। नए संक्रमितों में बालूगंज, रकाबगंज, देवरी रोड, अशोक नगर, मुरली नगर, नुनिहाई, नामनेर और मोतीकटरा क्षेत्र के रहने वाले हैं।कागारौल कस्बे के एक मेडिकल स्टोर वाले रिपोर्ट पॉजीटिव आयी।
कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) एक साल की बच्ची की 20 मई को मौत हो गई। उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं एक बुजुर्ग महिला को शुगर बढ़ने पर एसएनएमसी में भर्ती कराया गया था। उसकी भी मौत हो गई। मौत के बाद आई रिपोर्ट में वह संक्रमित निकलीं।तीन दिन पहले सेवला जाट की रहने वाली एक साल की बच्ची भारवी को बुखार और उल्टी-दस्त की शिकायत पर उसे रेस्क्यू टीम ने एसएनएमसी की इमजरेंसी में भर्ती कराने के बाद उसका सैंपल लिया था। 20 मई को बच्ची की मौत हो गई। उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। भारवी के परिजनों ने बताया कि उसके यहां किसी को भी कोई परेशानी नहीं थी। कहां से क्या हो गया, उन्हें पता ही नहीं लगा। उनके परिवार के सभी लोगों के सैंपल हो गए हैं। सभी की रिपोर्ट नेगेटिव बताई गई है।खातीपाड़ा लोहामंडी निवासी शारदा को डायबिटीज थी। उनके परिवारीजनों ने उन्हें 20 मई को अस्पताल में भर्ती कराया। उनकी कोरोना जांच कराई गई। 21 मई की रात को उनकी मौत हो गई। मौत के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन दोनों मौत के कारणों की पुष्टि के लिए ऑडिट टीम के पास पूरी जानकारी भेजी गई। वहां से पुष्टि के बाद दोनों मौतों को माना गया कि बच्ची में मौत का कारण उल्ली-दस्त तेज बुखार रहा, जबकि बुजुर्ग महिला की बढ़ी हुई शुगर रही, लेकिन रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उसे संक्रमितों की मौत में शामिल कर लिया गया। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की मौत का आंकड़ा 33 हो गया है।जिला प्रशासन केवल मौतों का आंकड़ा 31 बता रहा है।
आगरा ( Coronavirus In AGRA) में जैसे ही सैंपल लेना कम हुआ, वैसे ही नए मरीज मिलना कम हो गया। सवाल उठ रहा है कि सैंपल कम क्यों लिए जा रहे हैं? लखनऊ से आई टीम के वापस जाते ही यह कमी क्यों आई? इतना ही नहीं, छह घंटे में होने वाली कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग व सैंपलिंग अब 18 घंटे में हो रही है।
आगरा जिले में एसएन मेडिकल कॉलेज व जालमा कुष्ठ रोग संस्थान में 350 सैंपल रोजाना जांच करने की क्षमता है, फिर भी औसतन हर दिन 150 से 200 सैंपल लिए जा रहे हैं। ये सैंपल पॉजिटिव कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और निजी अस्पतालों में भर्ती गर्भवती, सांस, अस्थमा, गुर्दा और हृदय रोगियों के अधिक हैं।