आगरा (Coronavirus In AGRA) में कोरोना वायरस का कहर थम नहीं रहा है। तीन और कोरोना संक्रमितों (COVID-19) की मौत से अब मृतकों की संख्या 38 हो गई है।सात नए कोरोना मरीज मिलने से अब कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) का आंकड़ा 885 पर पहुंच गया। जिले में अभी 70 संक्रमितों का उपचार चल रहा है। हर रोज संक्रमित केस मिलना चिंताजनक है।
COVID-19 संक्रमण के गुरुवार शाम तक सात नए केस सामने आए हैं।सुधार होने वालों की संख्या में कोई प्रत्याशित बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। आज केवल चार लोग ही स्वस्थ होकर घर लौटे हैंं। वहीं मृतक संख्या में तीन का इजाफा हुआ है। आगरा में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 38 हो चुकी है। हालांकि इनमें से दो केस पुरानेे हैं, जिनका निधन सैफई अस्पताल में हुआ था। आगरा जैसे शहर में 38 मृतक संख्या काफी ही है। डिस्चार्ज रेट बढ़कर 87.85 फीसद पर आ गई है। वहीं गुरुवार तक 12772 सैंपल एकत्र हुए हैं। बुधवार तक कुल 12559 सैंपल एकत्र किए जा चुके थे। एक दिन में महज 213 सैंपल ही हुए हैं। उनमें से सात पॉजीटिव केस आए हैं।
इससे पहले मई के शुरुआती सप्ताह में आगरा में एक हजार सैंपल प्रतिदिन तक एकत्र किए गए थे। कुछ इलाकों में पूल सैंपलिंग भी हुई थी। अब इतनी बड़ी आबादी वाले शहर में 200 सैंपल प्रतिदिन होना कोई बड़ा आंकड़ा नहीं है।प्रशासन ने सैंपलिंग का तरीका भी बदल दिया है। पहले हॉटस्पॉट में रहने वाले हर व्यक्ति की सैंपलिंग हो रही थी। जांच में लगातार संक्रमित भी निकल रहे थे।लेकिन नई गाइडलाइन का हवाला देते हुए प्रशासन ने हॉटस्पॉट में रहने वाले हर व्यक्ति की सैंपलिंग बंद कर दी है। इससे सैंपल साइज भी घट गया है। अब सिर्फ उन्हीं लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं जिनमें संक्रमण के लक्षण हैं।
COVID-19 लक्षणों के आधार पर सैंपलिंग होने से संक्रमण फैलने का खतरा बरकरार है। आगरा में कई ऐसे संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखे, लेकिन उनके टेस्ट पॉजिटिव आए। ऐसे में इन लोगों के संपर्क में आने से अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है।