आगरा जिले में शुक्रवार शाम सात बजे मौसम का मिजाज अचानक से बिगड़ गया। करीब 124 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी चली। इसके बाद ओलों के साथ तेज बारिश हुई। इस आंधी-तूफान ( storm and rain )से आगरा जिलेभर में भारी नुकसान हुआ है।
दर्जनों मकान ढह गए। इससे एक बच्ची सहित 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हो गए।सैकड़ो की संख्या में पेड़ धराशायी हुए हैं। शहर और देहात में बिजली के खंभे टूट गए। बिजली ठप होने से शहर में अंधेरा छा गया। बिजली के तारों पर पेड़ गिर जाने से आपूर्ति बंद कर दी गई।
शुक्रवार सुबह बारिश होने से गर्मी से लोगों को कुछ राहत मिली। शाम होते-होते मौसम फिर बिगड़ गया और तकरीबन सात बजे आई तेज आंधी ( storm and rain ) से लोग सहम गए। लगभग 35 मिनट तक चली आंधी ने जमकर तबाही मचाई।
गांव नगला कर्म सिंह में मकान गिरने से छह साल की बच्ची नंदिनी की मौत हो गई। उसके पिता रमेश चंद सहित चार लोग घायल हो गए। डौकी क्षेत्र में 60 साल के कैलाशी और फतेहाबाद में 50 के रामशंकर की मौत हो गई।
आगरा कैंट के सुल्तानपुरा में तूफान ( storm and rain ) में हसमुद्दीन लाला के घर की छत गिर गई। उनके दो बेटे घायल हो गए। शाहगंज के चिल्लीपाड़ा में आंधी से मकान गिर गया। इसमें पांच लोग दब गए।मकानों की टीन शेड उड गईं, बारिश भी तेज होती गई। इसके बाद रफ्तार कुछ कम हुई, रात 7: 55 बजे तक बारिश होती रही।
कुदरत का कहर इंसान पर ही नहीं, बेजुबान पर भी बरपा। गांव कोटरा मौजा मुटावई में ट्रांसफार्मर गिरने और पेड़ गिरने से दो भैसें मर गईं। फतेहाबाद क्षेत्र के ग्राम नगर चंद में कई पक्षी मर गए। उधर, आंधी के दौरान फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर की गाड़ी के आगे पड़े गिर गया। वो काफी देर तक आगरा-जयपुर मार्ग पर फंसे रहे। सांसद ने बताया कि हाईवे पर सैकड़ों पेड़ गिर पड़े हैं।
रात 7: 30 बजे तक बारिश 28 एमएम हुई है। मौसम विभाग के मॉनीटरिंग सिस्टम का संपर्क भी रात 7: 30 बजे टूट गया। ऐसे में तूफान की रफ्तार और बारिश का सटीक आकलन शनिवार को हो सकेगा।