उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में आंधी-तूफान और बारिश ( storm and rain ) के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से 23 लोगों की मौतें हो गईं। सबसे अधिक सात लोगों मौतें की उन्नाव में हुई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ( Chief minister Yogi Adityanath ) ने इन मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की राहत राशि तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को पूरी तत्परता से प्रभावितों को राहत व मदद पहुंचाने के साथ इस आपदा में घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बुंदेलखंड और कानपुर सहित आसपास के जिलों उन्नाव, कन्नौज, इटावा, औरैया, बांदा, जालौन, उरई, फतेहपुर, चित्रकूट, कानपुर देहात, महोबा में बृहस्पतिवार से बिगड़ा मौसम का मिजाज शनिवार को और बिगड़ गया। आंधी संग बारिश ( storm and rain ) और ओले गिरने से कई जिलों में काफी तबाही मची। कई जगह पेड़ गिरने से जहां यातायात ठप रहा, वहीं बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी धड़ाम हो गई।
उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में इस दौरान आंधी-बारिश ( storm and rain ) और बिजली गिरने से उन्नाव में सात, कन्नौज में छह, बांदा और कानपुर शहर में एक-एक की जान चली गई। बारिश होने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी दो से लेकर चार डिग्री तक और नीचे खिसक गया। कानपुर शहर के बिल्हौर में आंधी-बारिश संग आधा घंटे तक ओले गिरे। बिल्हौर में एक-एक किलो तक के ओले गिरे, जिससे फसल चौपट हो गई।
सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई लोग घायल भी हुए। यहां पेड़ गिरने से एक युवक की जान चली गई। घाटमपुर में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। कानपुर में एक ही दिन में 54.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। बारिश ने तोड़ा 46 साल का रिकार्ड तोड़ डाला। उन्नाव में दोपहर तीन बजे के बाद बारिश के साथ कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। इस बीच बिजली गिरने से चार, पेड़ गिरने से दो और दीवार गिरने से एक की जान चली गई।
कन्नौज में आंधी-पानी के बीच दीवार गिरने से चार, ओलों की चपेट में आने से एक और आंधी में ट्रैक्टर पलटने से एक की मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन लोग घायल हो गए। बिजली के पोल गिरने से आपूर्ति ठप हो गई। ओलों की चपेट में आने से कई कारों के शीशे भी टूट गए। बुंदेलखंड के बांदा में दोपहर बाद मौसम बदल गया और बारिश संग ओले गिरे।
यहां पेड़ गिरने से दस साल के बालक की मौत हो गई, जबकि महोबा में सुबह धूप निकली और देर शाम को तेज आंधी चलने से बिजली के खंभे और तार टूटने से आपूर्ति ठप हो गई। जालौन, हमीरपुर, चित्रकूट में भी बारिश संग कई स्थानों पर ओले गिरे। कानपुर देहात में शनिवार को तेज हवाओं संग बारिश-ओले गिरने से जहां मूंग की फसल को नुकसान पहुंचा है।
इटावा में शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे आई आंधी-बारिश से कई घरों की दीवारें और छप्पर गिर गए। बिजली के एक दर्जन से ज्यादा खंभे टूटने से शहर की आपूर्ति व्यवस्था बाधित हो गई।औरैया में शुक्रवार की रात व शनिवार को सुबह तक 3.6 मिमी बारिश हुई। अछल्दा विद्युत उपकेंद्र से रुरुगंज जाने वाली हाइटेंशन लाइन का एक पोल गिरकर सड़क पर जा गिरा, जिससे यातायात बाधित रहा। हरदोई में भी शनिवार को दिन में कई बार बारिश हुई। यहां शुक्रवार रात से लेकर शनिवार तक 7.6 मिलीमीटर बारिश हुई।प्रदेश में 30 मई को 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड 57.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 28 मई,1959 को 24 घंटे के दौरान 57 मिलीमीटर बारिश हुई थी।