मथुरा ( Mathura) जिले के थाना गोवर्धन क्षेत्र में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। क्षेत्र के गांव महमदपुर में एक मंदिर (Temple ) की सीढ़ियों पर नवजात बच्ची (Newborn Girl) लावारिस हालत में मिली।जिस महिला ने यह कृत्य किया, वो भी पकड़ी गई है।
मथुरा ( Mathura) जिले के महमदपुर मंदिर के रविवार सुबह तकरीबन चार बजे नवजात के रोने की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों की नींद टूटी।रात में करीब पांच घंटे तक बच्ची सीढ़ियों पर पड़ी रही। जब उन्होंने मंदिर पहुंचकर देखा तो हैरान रह गए। मंदिर सीढ़ियों पर कपड़े में लिपटी हुई नवजात (Newborn Girl) बच्ची बिलख रही थी। बेरहम जन्म देने वाली महिला इतनी बेरहम होगी कि अबोध बच्ची को रात के सन्नाटे में मंदिर की सीढियों पर पटक जाये लेकिन ऐसा बेरहम महिला ने किया ।गनीमत रही कि रोती हुई अबोध बच्ची (Newborn Girl) पर किसी आवारा जानवर की नजर नहीं पड़ी। अन्यथा उसकी जान पर बन आती। मौके पर पहुंचे लोगों ने मंदिर के आसपास देखा तो कोई नजर नहीं आया। हैइसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस बच्ची को सीएचसी गोवर्धन ले आई। बच्ची को अस्पताल में नर्स व अन्य कर्मचारियों ने पहचान लिया, क्योंकि नर्स ने जिस कपड़े में बच्ची को लपेटा था, उसी कपड़े में लिपटी बच्ची मिली। स्टाफ नर्स सलौनी ने उसकी डिलीवरी की थी।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नवजात बच्ची की मां को उसके मायके से पकड़ लिया। पुलिस मां को अस्पताल लेकर आई, लेकिन उसने बच्ची को लेने से इंकार कर दिया। उधर, बच्ची को जिला अस्पताल रेफर किया गया है।उसकी मां को सीएचसी पर भर्ती करा दिया गया है। वो रात में डिलीवरी के बाद चकमा देकर भाग गई थी। रास्ते में नवजात बच्ची को मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया और घर चली गई। इस दौरान बच्ची की मां के साथ उसकी मां भी थी।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रूपेंद्र सिंह ने बताया कि नवजात बच्ची स्वस्थ है। कुछ घंटे के जन्म के बाद ही मासूम को खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया गया। उसका स्वास्थ्य परीक्षण कर प्रक्रिया के तहत जिला अस्पताल भिजवा दिया है। आगे कानूनी प्रक्रिया के लिए लिखा है। मां उसे लेने से इंकार कर रही है।