कोरोना वायरस महामारी के बीच उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के बलरामपुर (Balrampur ) जिले से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां 42 साल के एक शख्स की मौत के बाद उसके शव को पोस्टमार्टम हाउस ले जाने के लिए नगर पालिका की कचरा ढोने वाली गाड़ी का इस्तेमाल किया गया।
बलरामपुर (Balrampur )जिले में उतरौला तहसील गेट पर बुधवार को सादुल्लाह नगर थाना क्षेत्र के सहजौरा गांव के रहने वाला 45 वर्षीय अनवर अली उर्फ झिनकन की अचानक तबियत बिगड़ी और मौत हो गई। तहसील के काम से उतरौला आए अनवर की शाम करीब 5 बजे जब तबियत बिगड़ी तो वह फुटपाथ पर ही लेट गया। थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने मेडिकल टीम को बुलाया। मेडिकल टीम कोरोना (COVID-19) जांच के सैंपल लेकर चली गई। इसके बाद नगर पालिका की कूड़ा गाड़ी को बुलाकर बड़े ही अमानवीय तरीके से डेड बॉडी को कूड़ा गाड़ी पर लादकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचाया गया। मामले में पूरी घटना का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि 10 जून को बलरामपुर के तहसील उतरौला गेट के पास समय करीब 5 बजे शाम को अनवर अली पुत्र बकरीदी उम्र करीब 45 वर्ष निवासी ग्राम सहजौरा थाना सादुल्लानगर जनपद बलरामपुर का शव मिला था। पुलिस ने पंचनामा करके शव को परिजन को सुपुर्द कर दिया है और कार्रवाई करके जांच की जा रही है।
पुलिस ने शव को न तो एंबुलेंस से और न ही किसी अन्य गाड़ी से पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाना मुनासिब समझा। पुलिस ने नगर पालिका परिषद की मदद ली और कूड़ा गाड़ी बुलवाकर सफाई कर्मियों से शव को उसी पर ही लदवा दिया।जब पुलिस विभाग की इस करतूत का वीडियो सामने आया तो पुलिस महकमा लीपापोती में लग गया।
बलरामपुर (Balrampur )जिले के उतरौला के स्थानीय तहसील गेट पर मिले शव को मानवता का मखौल उड़ाते हुए कूड़ा गाड़ी पर लादकर कोतवाली ले जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। घटना के संबंध में वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए एसपी ने एक पुलिस उपनिरीक्षक तथा दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। नगर पालिका प्रशासन ने भी अपने चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। मामले की जांच एसडीएम तथा सीओ उतरौला को सौंपी गई है।