लद्दाख ( Ladakh) के गलवान घाटी(Galwan Valley) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में भारत के तीन सैनिक शहीद हो गए हैं तो चीन के भी 5 सैनिक मारे गए हैं 11 सैनिक के गंभीर तौर पर घायल होने की सूचना है। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने चीनी सैनिकों (Chinese People’s Liberation Army )के मारे जाने की बात स्वीकार की है। ग्लोबल टाइम्स की चीफ रिपोर्टर ने पहले 5 सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार की, लेकिन कुछ ही देर बाद कहा कि उन्होंने भारतीय मीडिया में देखने के बाद यह बात कही थी। इसके कुछ देर बाद ही, ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ हू शीजिन ने भी स्वीकार किया है कि झड़प में चीनी सैनिक मारे गए हैं।ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ ने लिखा, ”जितना मैं जानता हूं गलवान घाटी (Galwan Valley) झड़प में चीनी भी मारे गए हैं। मैं भारतीय पक्ष को बताना चाहता हूं कि घमंडी मत बनिए और चीन को कमजोर समझने की भूल ना करना। चीन भारत के साथ टकराव नहीं चाहता, लेकिन हम इससे डरते नहीं हैं।”
लद्दाख ( Ladakh) के गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत-चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में तीन भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं। इनमें सेना के एक अफसर भी शामिल हैं। सेना ( Indian Army )ने कहा है कि दोनों ओर के सैनिक हताहत हुए हैं। सेना ने कोई संख्या तो नहीं बताई है लेकिन सैन्य सूत्रों के मुताबिक चीनी के पांच सैनिक मारे गए हैं। यह घटना सोमवार रात को हुई है। बताया जा रहा है कि डि-एस्केलेशन प्रक्रिया के तहत चीनी सेना को गलवान में पीछे जाने था। सूत्रों ने कहा कि पीछे जाने के बजाय चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर पत्थरबाजी की और लोहे की कीलें लगीं लाठियों से भारत की सेना पर हमला किया। 1975 के बाद यह पहली बार है जब भारत-चीन सीमा पर किसी सैनिकों की शहादत हुई हैं।
भारतीय सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलावर को पठानकोट की प्रस्तावित यात्रा रद्द कर दी है। इस मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि भारत के शहीद सैनिकों में एक कर्नल भी शामिल हैं।
भारतीय और चीनी सैनिकों में पैंगोंग सो इलाके में पांच मई को हिंसक झड़प हुई थी जिसके बाद से दोनों पक्ष वहां आमने-सामने थे और गतिरोध बरकरार था। यह 2017 के डोकलाम घटनाक्रम के बाद सबसे बड़ा सैन्य गतिरोध बन रहा था। छह जून को हुई थी वार्ता दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव को लेकर अब तक की उच्च स्तरीय वार्ता छह जून को हुई थी।
चीन China (中国) के विदेश मंत्रालय ने इस झड़प का दोष पूरी तरह से भारतीय सेना पर डालने का काम किया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि सोमवार को भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा का गंभीर तौर पर उल्लंघन किया है। उन्होंने चीन के क्षेत्र में घुस कर चीनी सैनिकों पर हमला किया है। आगे यह भी कहा है कि भारत व चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए व एलएसी पर शांति व स्थायित्व बहाली के लिए सहमत हैं। भारतीय पक्ष की तरफ से भी बताया गया है कि हालात बिगड़ने के बाद दोनो पक्षों के बीच जमीनी तौर पर बातचीत जारी है ताकि तनाव को खत्म किया जा सके।