लद्दाख ( Ladakh) के गलवान घाटी(Galwan Valley) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में भारत के 20 सैनिक (Indian Army ) शहीद हो गए हैं तो चीन के भी 40 अधिक सैनिक (Chinese troops ) मारे गए हैं 11 सैनिक के गंभीर तौर पर घायल होने की सूचना है। सीमा पर अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि हालात गंभीर बताए जा रहे हैं।
शहीद होने वाले जवानों में कर्नल बी संतोष बाबू, 16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर, 81 फील्ड रेजिमेंट के हवलदार के पलानी और 16 बिहार रेजिमेंट के हवलदार सुनील कुमार झा शामिल हैं।इसके बाद एलएसी पर चीनी हैलीकॉप्टर्स की गतिविधियां बढ़ गईं। सूत्रों के मुताबिक मारे गए चीनी सैनिकों के शव और घायलों को लेने के लिए लिए ये हेलीकॉप्टर्स झड़प वाले इलाके में आए थे।
पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर गलवान घाटी (Galwan Valley) में सोमवार रात हुए हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। भारतीय वीरों ने इस संघर्ष में ड्रैगन को धूल चटाते हुए बड़ी संख्या में उसके (Chinese People’s Liberation Army ) सैनिक मार गिराए। यही कारण है कि चीन मारे गए सैनिकों की संख्या बताने से कतरा रहा है। इस बीच भारतीय सेना ने कहा है कि है कि हम भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा को प्रतिबद्ध हैं।
इस बीच सेना (Indian Army )ने बयान जारी करके कहा है कि भारतीय और चीनी सैनिक 15-16 जून की रात हुई झड़प वाले स्थान से हट गए हैं। सेना ने बयान में कहा कि जान गंवाने वाले 20 में से 17 सैनिक गतिरोध वाले स्थान पर, शून्य से नीचे तापमान में ड्यूटी के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सेना ने रात करीब 10 बजे एक जारी बयान में कहा, ”भारतीय सेना क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ता के साथ प्रतिबद्ध है।”
सोमवार रात गलवान घाटी(Galwan Valley) में भारत और चीन सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई। दोनों ओर से लाठी-डंडे और पत्थर चले। इसमें दोनों देशों के सैनिक हताहत हुए हैं। पीछे हट रही चीन की सेना ने अचानक भारतीय अधिकारी पर हमला कर दिया। इसके बाद भारतीय सैनिकों (Indian Army ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए चीनी सैनिकों को बिछा डाला। चीन को इस झड़प में इतना नुकसान हुआ है कि वह संख्या नहीं बता पा रहा है।