आगरा( AGRA) में चाइनीज वायरस ( ‘Chinese virus’ ) कोरोना का कहर लगातार जान ले रहा है, स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। अब तक 72 संक्रमितों की मौत ( DeathsToll 72) हो चुकी है । आगरा में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर अब 1120 पहुंच गया है। प्रतिदिन एक -दो संक्रमित की मौत हो रही है ।संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थमा रहा है। मरीजों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।गुरुवार को दो और संक्रमितों की मौत हो गई।
आगरा( AGRA) में एक अप्रैल से लगातार चाइनीज वायरस ( ‘Chinese virus’ ) कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। एक भी दिन ऐसा नहीं गया, जिसे दिन संक्रमित न मिला हो। अब स्थिति और चिंताजनक होती जा रही है, क्योंकि संक्रमितों के साथ मरने वालों के आंकड़े में भी इजाफा हो रहा है। आगरा उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा जिला बन गया है, जहां एक हजार से ज्यादा मरीज हैं। यहां सबसे ज्यादा 72 मौतें हो चुकी हैं। इनमें 25 मरीजों ने 70 दिन में दम तोड़ा था। इसके बाद 37दिनों में 47 मरीजों की जान चली गई। वहीं, जिले में 19 जून तक 1120 लोग कोरोना संक्रमित ( tests +ve) मिले हैं। जिले मे 72 मौतों के बाद भी हालातों को संभालने की योजना नहीं बन सकी है।
आगरा( AGRA) में 72 मरीजों की मौत 1120 से अधिक लोंगों में चाइनीज वायरस ( ‘Chinese virus’ ) संक्रमण मिलने के बाद भी सब सामान्य बताया जा रहा है।प्रशासनिक अमला गंभीर नहीं दिख रहा है एक जिले मे 72 मौतों के बाद भी हालातों को संभालने की योजना नहीं बन सकी है। कोरोना टास्क फोर्स इसे नियमित मानकर बेपरवाह है। नमूने लेने में लापरवाही से लेकर रिपोर्ट्स पर पर्देदारी भी खूब हुई है। पहले संक्रमित कम किए। अब ग्राफ भी बढ़ने लगा है। कोरोना संक्रमित कम मिले या ज्यादा, अब इनकी संख्या से कोरोना टास्क फोर्स पर फर्क नहीं पड़ता। कोई भी रणनीति काम नहीं आ रही है। केस मिलने के बाद कंटेनमेंट जोन घोषित कर वहां व्यवस्थाएं कराकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली जाती है। सीएम के निर्देश पर तीन बार विशेष दूत भेजे गए। इन्होंने भी बैठकें कीं। उसके बाद भी तय नहीं कर सके कि संक्रमण की चेन कैसे तोड़ी जाए।
केंद्रीय हिंदी संस्थान के कुलसचिव दफ्तर में कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव ( Corona+ve ) आने पर संस्थान को सील कर दिया गया है। शैक्षिक, आवासीय और छात्रावासों के सभी परिसरों को सात दिन के लिए सील किया गया है। निदेशक, कुलसचिव और अन्य स्टाफ को अपने आवासों में ही क्वारंटीन किया गया है।संस्थान के चारों प्रवेश द्वारों को सील किया गया। सचिवालय की मुख्य इमारत, आवासीय परिसर और छात्रावासों को नगर निगम ने सेनेटाइज किया। निदेशक, कुलसचिव के साथ आवासीय परिसर में रहने वाले स्टाफ को घरों में ही रहने को कहा है। संस्थान के मुंशी प्रेमचंद छात्रावास में विदेशी छात्र और महादेवी वर्मा छात्रावास में विदेशी छात्राएं रहती हैं। इनके साथ उड़ीसा की एक स्वदेशी छात्रा भी है। ये दोनों छात्रावास भी प्रशासन ने बाहर से सील किए हैं।
आगरा केशिक्षा भवन पचकुइयां स्थित संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव( Corona+ve ) निकला है। गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कार्यालय में सेनेटाइजेशन कराया। साथ ही कर्मचारी के संपर्क वालों को 22 जून तक अवकाश पर भेज दिया है। कर्मचारियों की तरफ से मंडलायुक्त और संयुक्त शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा गया था। इसमें अन्य कर्मचारियों में संक्रमण फैलने की आशंका व्यक्त की गई। कार्यालय 24 घंटे के लिए बंद, सेनेटाइज किया संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉ. मुकेश अग्रवाल ने बताया कि 24 घंटे तक कार्यालय को बंद रखा गया है।
फतेहाबाद के मोहल्ला चौराहा निवासी चाचा-भतीजी को कोरोना संक्रमण होने पर हडकंप मच गया है। डा.एके सिंह अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहाबाद ने बताया कि दिल्ली से फतेहाबाद आते समय रास्ते में युवती की तबीयत बिगड़ गई थी। उसको एसएन मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। जांच कराने पर उसकी रिपोर्ट कोरोना पाॅजोटिव आई। युवती का चाचा भी संक्रमित है।उधर, ग्राम सीकरी चार हिस्सा निवासी 25 वर्षीय युवक गुरुग्राम में निजी सुरक्षा एजेंसी में काम करता था। बुधवार को उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई है।