आगरा( AGRA) में चाइनीज वायरस ( ‘Chinese virus’ ) कोरोना का कहर लगातार जान ले रहा है, स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। अब तक 79 संक्रमितों की मौत ( DeathsToll 79) हो चुकी है । आगरा में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर अब 1150 पहुंच गया है। प्रतिदिन एक -दो संक्रमित की मौत हो रही है ।संक्रमित मरीजों की मौत का सिलसिला नहीं थमा रहा है। मरीजों की मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। को सोमवार दो और कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। एक 83 वर्ष एवं 61 वर्ष के पुरुष हैं।
आगरा एसएसपी ऑफिस, कैम्प ऑफिस चाइनीज वायरस ( ‘Chinese virus’ ) कोरोना की चपेट में आ गया है।आगरा एसएसपी ऑफिस के एकाउंट सेक्शन में तैनात उप निरीक्षक लेखा संजय सक्सेना (54) की रविवार को कोरोना से मौत हो गई। जबकि एसएसपी आवास कैम्प ऑफिस पर तैनात एक सिपाही में भी चाइनीज वायरस का संक्रमण पाया गया। आगरा एसएसपी ऑफिस कोरोना संक्रमण मिलने से अफरा तफरी मच गई।नए संक्रमित मरीजों में राजपुर चुंगी निवासी दो साल का बच्चा भी है। बोदला सराय निवासी 59 वर्षीय व्यक्ति और शमसाबाद बांस मोया गांव निवासी 91 वर्षीय बुजुर्ग को सांस की तकलीफ होने पर जांच में कोरोना पॉजिटिव निकले। शहर के प्रताप नगर निवासी 73 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित के संपर्क में आने से पॉजिटिव हो गए। जगदीशपुरा निवासी 63 वर्षीय व्यक्ति क्षेत्र में सर्विलांस के दौरान संदिग्ध लक्षण मिलने पर जांच में संक्रमित मिले।
आगरा एसएसपी ऑफिस के एकाउंट सेक्शन में तैनात उप निरीक्षक लेखा संजय सक्सेना (54) की रविवार को कोरोना से मौत हो गई। एसएन मेडिकल कॉलेज (SN Medical College Agra ) में वह वेंटीलेटर पर थे। पुलिस ऑफिस में काम करने के दौरान ही तबियत खराब हुई थी। तेज खांसी होने पर कोरोना जांच कराई। पहली रिपोर्ट नेगेटिव आई। दूसरी में वह पॉजिटिव पाए गए। दो जून से उपचार चल रहा था।
दोबारा हुई वायरस ( ‘Chinese virus’ )की जांच में रिपोर्ट पॉजिटिव संजय की जिला अस्पताल में जांच हुई। रिपोर्ट आने तक वहीं भर्ती रहे। रिपोर्ट नेगेटिव आई। उन्हें छुट्टी दे दी गई। घर में दो दिन बाद फिर तबियत खराब हुई। तब देहली गेट स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। यहां जांच में रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। नर्सिंग होम में कोविड मरीज भर्ती नहीं होते इसलिए उन्हें शिफ्ट करने के लिए कहा गया। परिजनों ने हाईवे स्थित नर्सिंग होम में भर्ती कराया। यहां उनकी तबियत बिगड़ गई। उन्हें वेंटीलेटर की जरूरत पड़ी। नर्सिंग होम वालों ने हाथ खड़े कर दिए। कहा कि वे सिर्फ उन मरीजों को भर्ती करते हैं जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं होते। ऐसे में उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज लाया गया। जहां वह पहले दिन से वेंटीलेटर पर थे। रविवार की सुबह उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।