आगरा( AGRA) में फ़तेहपुर सीकरी हाईवे पर मंडी समिति के सामने ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) के बगल में लगे एटीएम बूथ के शटर के ताले मंगलवार की रात तोड़कर बदमाश नोटों से भरा एटीएम ( ATM ) उखाड़ ले गए।
पूरी घटना को बदमाशों ने महज 31 मिनट में अंजाम दिया। रुपयों को निकालकर एटीएम बॉक्स राजस्थान के सेवर क्षेत्र में फेंक गए। एटीएम में 9.58 लाख रुपये होना बताया जा रहा है। घटना की सूचना पर पुलिस अधीक्षक समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। खुलासे के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं।
मंडी समिति परिसर के सामने ओबीसी बैंक परिसर के बराबर में ही एटीएम ( ATM ) बूथ है। मंगलवार की रात उसके शटर का ताला तोड़कर जमीन में गड़े एटीएम को बदमाशों ने उखाड़ा और बोलेरो में लादकर भरतपुर की ओर भाग निकले।
घटना की जानकारी सुबह बैंक खुलने पर बैंक कर्मचारियों को हुई, तो पुलिस को सूचना दी गई। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसपी पश्चिमी रविकुमार, पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस अफसरों ने बैंक में सीसीटीवी फुटेज देखे। जिसमें तीन बदमाश एटीएम को उखाड़कर बोलेरो में लादकर भरतपुर की ओर जाते दिख रहे हैं। बैंक सूत्रों के मुताबिक एटीएम में 9.58 लाख रुपये थे। पूछताछ में बैंक प्रबंधक कालीचरण ने बताया कि रात्रि करीब डेढ़ बजे से 2 बजे करीब के बीच यह घटना हुई है।
एसपीआरए रवि कुमार ने बताया कि बदमाशों ने एटीएम ( ATM ) को खाली कर राजस्थान के सेवर क्षेत्र में फेंका था। घटना के खुलासे के लिए पुलिस की पांच टीमें गठित की गई हैं। उन्होंने राजस्थान के गैंग का हाथ होने की आशंका जताई है।
बदमाशों ने रुपयों को निकालने के बाद एटीएम का मलबा भरतपुर के थाना सेवर के समीप खेत में फेंका था। इसकी जानकारी राजस्थान पुलिस ने दी। इस पर ओबीसी बैंक के प्रबंधक सीकरी पुलिस कर्मियों के साथ एटीएम मशीन के मलबे को लेने भरतपुर गए। इस दौरान सीकरी से लेकर भरतपुर तक जहां भी सीसीटीवी कैमरे लगे हैं उनकी फुटेज को भी पुलिस बारीकी से देखा।
हाईवे पर ही कुछ माह पूर्व चौधरी रघुनाथ सिंह महाविद्यालय गेट पर लगा बैंक ऑफ इंडिया का नोटों से भरा एटीएम( ATM ) भी चोर इसी तरह से उखाड़ कर ले गए थे। जिसका कुछ भाग कराही के निकट बरामद हुआ था। पुलिस उक्त मामले में आज तक कोई खुलासा नही कर पाई है। इस घटना के कुछ दिन बाद ही बाईपास मोड़ स्थित एक एटीएम के तारों को काटकर बदमाशों ने छेड़छाड़ की थी, मगर चोरी होने से बच गई थी।