
उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj ) के होलागढ़ थाना क्षेत्र के देवापुर गांव में गुरुवार रात एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस सामूहिक हत्या (Mass Murder) कर दी गई। एक महिला गंभीर रूप से घायल है। प्रयागराज (Prayagraj ) के होलागढ़ थाना क्षेत्र के देवापुर गांव में 40 वर्षीय विमलेश पांडे वैद्य थे। गांव में ही वह मरीजों को दवा देते थे। इसी से परिवार की रोजी-रोटी चलती थी। उनके परिवार के लोग गुरुवार की रात में खाना खाने के बाद सो रहे थे। रात में किसी समय बदमाश घर में घुस गए। बदमाशों ने घर के सभी सदस्यों को बंधक बनाने के बाद हत्या (Mass Murder) की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने विमलेश पांडे के साथ ही उनकी पुत्री सोमू 22, पुत्र शीबू 19 और प्रिंस 18 की हत्या कर दी। विमलेश पांडेय की पत्नी गंभीर रूप से घायल हैं।होलागढ़ में हुई वारदात में जिंदा बची परिवार की एकमात्र सदस्य रचना पांडेय का दोपहर बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया। उसके गले में सात टांके लगाए गए हैं। बताया जा रहा है कि धारदार हथियार से हमले में उसके गले की भोजन नली क्षतिग्रस्त हो गई है। राहत की बात यह रही कि उसकी श्वास नली बच गई।

ऑपरेशन के बाद भी उसकी हालत नाजुक बनी हुई है और उसे आईसीयू में रखा गया है। एसएसपी ने बताया कि महिला की हालत में सुधार होने का इंतजार किया जा रहा है। घटना की चश्मदीद होने के साथ वह एकमात्र है, जिसने हत्यारों को देखा है। उससे पूछताछ में कई अहम बातें सामने आ सकती हैं। उसकी सुरक्षा के लिए अस्पताल में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
मृतक वैद्य की दोनों बेटियों के कपड़े अस्त-व्यस्त मिले हैं जिससे एक आशंका यह भी है कि हत्या से पहले उनके साथ दुष्कर्म किया गया हो। मृतक के भाई अशोक पांडेय की ओर से दी गई तहरीर में भी इसकी आशंका जताई गई है। घर में रखा सामान भी बिखरा पड़ा था, ऐसे में उनका कहना है कि हत्यारों ने लूटपाट भी की।
पुलिस के मुताबिक, मृतक वैद्य के भाई व बेटी ने किसी दुश्मनी की बात से इंकार किया है। गांववालों से पूछताछ में भी किसी विवाद की जानकारी नहीं मिल सकी। ऐसे में शक की सुई घुमंतू गिरोहों व नशेड़ियों पर है।
संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj )में सामूहिक हत्याकांड(Mass Murder) का दौर थमने का नाम नही ले रहा है। लॉकडाउन की समयावधि में सामूहिक हत्याकांड की ये चौथी घटना है। इससे पहले मार्च महीने में नवाबगंज से सटे सोरांव इलाके में दम्पत्ति, उनके बेटे और पिता की घर के अंदर हत्या कर दी गई थी। फिर अप्रैल में मेजा में एक दम्पत्ति और उसकी बेटी की रात में सोते समय हत्या हो गई थी। इसके बाद 14 मई को शहर के धूमनगंज थानान्तर्गत प्रीतमनगर में सामूहिक हत्याकांड से सनसनी फैल गई थी। एक परिवार के चार लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी गई। मृतक आपस में पति,पत्नी, बहू और बेटी थे।