उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur ) के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों के क़त्ल सात दिन बाद वारदात के मुख्य आरोपी खूंखार अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) ने मध्यप्रदेश के उज्जैन (Ujjain) में ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में आत्मसमर्पण कर दिया है। वही यूपी पुलिस विकास दुबे के पांच साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। वहीं कई साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है।विकास दुबे को अपनी गिरफ्त में लेने के लिए उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम चार्टर्ड प्लेन से इंदौर पहुंची है। विकास दुबे को टीम चार्टर्ड प्लेन से लखनऊ लाएगी। मध्य प्रदेश की पुलिस पहले उसको उज्जैन कोर्ट में पेश करेगी। मध्य प्रदेश पुलिस इसके बाद विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस के हवाले कर देगी।
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार दुबे सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आया था। इस दौरान वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी उसे चौकी लेकर पहुंचे। बाद में उज्जैन (Ujjain) एसपी मनोज सिंह दुबे को गिरफ्तार कर कंट्रोल रूम ले गए।महाकाल मंदिर में गिरफ्तारी से पहले विकास दुबे ने परिसर पर फोटो भी क्लिक कराई। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर जिसके पीछे कई राज्यों की पुलिस लगी हो वह इस तरह इतने आराम से कैसे टहल सकता है। महाकाल मंदिर में दर्शन करने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
विकास दुबे (Vikas Dubey ) की उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तारी के बाद अब जांच आगे बढ़ रही है। पुलिस ने महाकाल मंदिर के पीछे लॉकर रूम से उसका काला बैग जब्त किया है। बैग में चाकू और कुछ कपड़े मिले हैं। विकास ने बैग लॉकर रूप में रखा था। पुलिस ने लॉकर रूम तथा जूता स्टैंड की भी तलाशी ली। पुलिस डॉग स्क्वायड के साथ तलाशी लेने पहुंची थी। लॉकर रूम में विकास का काला पिट्ठू बैग रखा मिला। जिसकी तलाशी लेने पर इसमें एक चाकू और कपड़े रखे मिले। जूता स्टैंड पर उसके जूते रखे हुए थे। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। विकास दुबे उज्जैन के एक शराबी व्यापारी के घर रुका था। वहां पुलिस ने विकास की मदद करने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया है। महाकाल मंदिर प्रांगण के बाहर लखनऊ के रस्जिट्रेशन नम्बर की गाड़ी मिलने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि विकास दुबे काफी तैयारी के साथ आया था। गाड़ी की नम्बर प्लेट पर हाई कोर्ट लिखा हुआ है, गाड़ी मनोज यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है। दुबे की गिरफ्तार के कुछ देर बाद ही पुलिस ने उज्जैन आए लखनऊ के दो वकीलों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। यह निजी गाड़ी से उज्जैन आए थे। वकीलों का दुबे से कनेक्शन है या नहीं, पुलिस इसकी पुष्टि कर रही है। लखनऊ के दो वकील बिट्टू और सुरेश भी पुलिस हिरासत में हैं। इनसे भी पूछताछ चल रही है।

मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान मध्यप्रदेश पुलिस को इंटेलिजेंस से कुख्यात अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey ) के उज्जैन आने की सूचना मिली थी। इसी आधार पर महाकाल थाना पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी की है।महाकाल मंदिर परिसर में पहुँच कर शख्स ने चिल्ला चिल्ला कर खुद को विकास दुबे बताया। मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षा गार्ड ने पकड़ा ओर पुलिस को दी सूचना । उज्जैन (Ujjain) महाकाल थाना पुलिस युवक को गाड़ी मे बैठाकर कंट्रोल रूम तरफ लेकर गई।दुबे ने सुनियोजित तरीके से आत्मसमर्पण किया है। उसने गुरुवार को महाकाल मंदिर में जाकर पर्ची कटाई, इसके बाद मंदिर के सुरक्षाकर्मी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद विकास (Vikas Dubey) ने उज्जैन में मीडिया को भी बुलाया है। पिछले कुछ दिनों से पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए हरियाणा और दिल्ली में दबिश दे रही थी। यूपी पुलिस विकास दुबे के पांच साथियों को एनकाउंटर में ढेर कर चुकी है। वहीं कई साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है।यह पता लगाने का प्रयास हो रहा है कि वह कब उज्जैन पहुंचा। किसके संपर्क में आया। महाकाल मंदिर प्रांगण के बाहर लखनऊ के रस्जिट्रेशन नम्बर की गाड़ी मिलने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि विकास दुबे काफी तैयारी के साथ आया था। गाड़ी की नम्बर प्लेट पर हाई कोर्ट लिखा हुआ है, गाड़ी मनोज यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है।विकास ने गिरफ्तारी से पहले अपने मोबाइल पर कुछ वीडियो भी बनाए। इसके बाद जवानों ने उसे पकड़ लिया। एग्जिट मार्ग से बाहर ले जाकर चौकी में बैठा दिया। इसके बाद पुलिस के अफसरों को जानकारी दी। बाद में पुलिस उसे अज्ञात स्थान पर ले गई।