शिमला के पंथाघाटी में तिब्बितयन मॉनेस्ट्री के बाहर देशव्यापी चीन (China ) के विरोध में गैर तिब्बत संस्था तिब्बत यूथ कांग्रेस (Tibetan Youth Congress) ने प्रदर्शन किया।हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में चीन (China ) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने चीन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) का पुतला और चीनी झंडा जलाया।
तिब्बत यूथ कांग्रेस (Tibetan Youth Congress) ने चीन (China ) में बने हुए सामान का पूर्ण तरह बहिष्कार करने व एलएसी पर चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सैनिकों पर हमले के विरोध में प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्होंने एलएसी पर शहीद हुए भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि दी।
संस्था के अध्यक्ष पेमा दोरजे ने बताया कि तिब्बत यूथ कांग्रेस(Tibetan Youth Congress) का यह प्रदर्शन चीन (China ) में बने सामानों का बहिष्कार आंदोलन है। जो 6 जुलाई को धर्मशाला के मैकलोडगंज से शुरू हुआ था और आज शिमला में इसका समापन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चीन अपना सामान हमारे देश में बेचकर जो पैसा कमाता है वह अपनी सेना पर लगाता है जो देश के लिए बहुत बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि चीन में बने सामान का पूरी तरह से बहिष्कार करना चाहिए, ताकि वह अपने मंसूबों में कामयाब ना हो सके। दोरजे ने बताया कि चीन ने कोरोना संक्रमण को लेकर पूरे विश्व से सच्चाई छुपाई, जिसका खामियाजा पूरे विश्व को भुगतना पड़ रहा है आज पूरे विश्व में कोराेना संक्रमण के 70 लाख से अधिक मामले आ चुके हैं, जिसमें से हजारों की संख्या में लोग जान गवां चुके हैं, जिसका जिम्मेदार पूरी तरह से चीन है।
उपमंडल बैजनाथ के बीड़ स्थित तिब्बती कॉलोनी में शुक्रवार को तिब्बती समुदाय को लोगों ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का पुतला फूंका। इस दौरान तिब्बती समुदाय के लोगों ने चीन के सामान के पूर्ण बहिष्कार का प्रण लिया तथा चीन के बने कुछ उत्पादों को भी आग के हवाले किया। इस मौके पर क्षेत्रीय तिब्बत (Tibet) वूमेन एसोसिएशन की अध्यक्ष सेतेन डोलमा व बीड़ तिब्बती यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष लोडेन पॉडेन ने कहा कि तिब्बत(Tibet) में चीन लगातार दमनकारी नीति अपना रहा है। वहां रह रहे तिब्बती लोगों का जमकर उत्पीड़न किया जा रहा है। अब चीन लगातार पड़ोसी देशों पर भी अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन यह अधिक दिन नहीं चलेगा।