
उत्तर प्रदेश के मेरठ ( Meerut ) में एक शिव मंदिर ( Shiv Temple ) के वृद्ध पुजारी ( Priest) की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय युवक ने भगवा गमछा पहनने और तिलक लगाने को लेकर मंदिर के पुजारी पर टिप्पणी की थी, जब उन्होंने इसका विरोध किया तो आरोपियों ने वृद्ध पुजारी को बीच सड़क पर जमकर पीटा। इसके बाद मौके से फरार हो गया। इलाज के दौरान पुजारी ने दम तोड़ दिया। घटना मेरठ के भगवानपुर क्षेत्र में पड़ने वाले अब्दुल्लापुर की है।
बता दें, मेरठ ( Meerut ) जिले के भावनपुर थाना क्षेत्र अब्दुल्लापुर निवासी कांति प्रसाद गांव के शिव मंदिर( Shiv Temple ) में पुजारी( Priest) थे। कांति प्रसाद के पुत्र आदेश का आरोप है कि गांव के रहने वाले मुस्लिम संप्रदाय के कुछ लोग उन्हें मंदिर बंद कराने और लाउडस्पीकर उतरवाने की धमकी देते थे।भगवा गमछा पहनने और तिलक लगाने को लेकर इसी के चलते सोमवार को आरोपी अनस और उसके परिजनों द्वारा कांति प्रसाद की जमकर पिटाई की गई, जिसके चलते मंगलवार को कांति प्रसाद की मौत हो गई। आरोप है कि पुलिस ने सिर्फ अनस की गिरफ्तारी की, जबकि घटना में चार अन्य आरोपी भी शामिल थे।
वृद्ध पुजारी( Priest) हत्या के बाद हिन्दू संगठन भड़क गये है , घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा है। बुधवार को बजरंग दल और विहिप कार्यकर्ताओं ने परिजनों को साथ लेकर पुजारी (Priest) कांति प्रसाद का शव अब्दुल्लापुर में सड़क पर रख दिया और जाम लगा दिया। हंगामा करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार करने और एसओ को सस्पेंड करने की मांग की गई। इस दौरान घंटों तक बवाल होता रहा। पुलिस पर हिस्ट्रीशीटर नदीम मेवाती से संबंधों का आरोप लगाया। मेरठ ( Meerut )में पुजारी की हत्या पर हिंदू संगठनों ने गहरा रोष व्यक्त किया है। साथ ही पुजारी के परिवार को आर्थिक मदद और हत्या करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी व कठोर सजा की मांग की है। इन संगठनों ने सरकार से ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति पर कठोरता से रोक लगाने की मांग भी की है।
विश्व हिंदू परिषद के मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बुधवार को बयान में कहा कि पुजारियों और संतों पर हो रहे हमलों के पीछे गहरी साजिश है। सिर्फ भगवा अंगौछे के कारण पुजारी की नृंशस हत्या कर हत्यारों ने अपनी मानसिकता को बता दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपराधियों की तरह ऐसे तत्वों पर भी कठोर कार्रवाई करके इनका हौसला तोड़ देना चाहिए। कहा कि ये सामान्य घटनाएं नहीं है बल्कि सोची-समझी साजिश के तहत हिंदुओं को अपमानित और आतंकित करने की कोशिश चल रही है। शर्मा ने मांग की कि पुजारी के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद और आश्रितों में किसी एक सदस्य को नौकरी दी जाए।