भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर्व जन्माष्टमी( Krishna Janmashtami ) से एक दिन पहले मंगलवार को वृंदावन (Vrindavan) स्थित इस्कॉन मंदिर ( ISKCON Temple) के तीन पुजारियों सहित उनके संपर्क में आए 22 लोगों के कोरोना (COVID-19) पॉजिटिव पाए जाने के कारण मंदिर को सील कर दिया गया है।
मंगलवार को सुंदर रोड पर गेस्ट हाउस के दो भवनों में भी आवागमन प्रतिबंधित करते हुए कोरोना संक्रमण संबंधी नोटिस चस्पा कर दिया गया। संक्रमित लोगों में तीन पुजारी भी शामिल हैं। मंदिर को लॉकडाउन के बाद से सार्वजनिक रूप से बंद कर दिया गया है और केवल मंदिर से जुड़े भक्तों को ही सुबह 9.30 बजे से सुबह 11 बजे तक अंदर जाने की अनुमति थी।
पिछले दिनों इंटरनेशनल संस्था इस्कॉन ( ISKCON ) से जुड़े संत भक्तिचारु महाराज का निधन अमेरिका में हो गया था। उनका अंतिम संस्कार पश्चिम बंगाल में किया गया। इस दौरान उनके अंतिम दर्शन के लिए वृंदावन स्थित इस्कॉन मंदिर से कई लोग पश्चिम बंगाल गए थे। वहां से वृंदावन लौटने के बाद इन लोगों में दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को इस्कॉन मंदिर ( ISKCON Temple) के आवासीय परिसर में रह रहे 165 लोगों के नमूने लिए। इनमें अधिकांश विदेशी भक्त हैं। इनमें 14 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। जन्माष्टमी से पहले संस्थान में 22 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने खलबल गई। इस संबंध में मंदिर प्रबंधन ने कुछ भी कहने से मना कर दिया है। शुरू में दो व्यक्तियों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था और फिर मंदिर के आवासीय परिसर में रहने वाले लोगों सहित उनके संपर्क में आए अन्य लोगों का टेस्ट किया गया था।