उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के भदोही की ( Bhadohi ) ज्ञानपुर ( Gyanpur ) सीट से विधायक विजय मिश्रा( MLA Vijay Mishra ) को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में प्रयागराज की नैनी जेल भेज दिया गया है। मध्य प्रदेश से विधायक को लेकर पहुंची पुलिस ने उन्हें दोपहर बाद सीजेएम कोर्ट में पेश किया। इससे पहले स्वास्थ परीक्षण और कोरोना जांच को लेकर विधायक के तेवर ने पुलिस को परेशान किया। वह पुलिस वाहन से उतरने को तैयार ही नहीं हो रहे थे।
वहीं बेटी ने कोर्ट में एक बार फिर पिता की हत्या की आशंका जताने के साथ ही कहा कि उनकी तबीयत खराब है। कुछ भी हो सकता है। फिलहाल अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 28 अगस्त की तारीख तय कर दी है।
गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के कौलापुर निवासी कृष्णमोहन तिवारी ने पिछले दिनों विधायक, उनकी पत्नी रामलली मिश्रा और बेटे विष्णु मिश्रा के खिलाफ आवास पर कब्जा, फर्म हड़पने, जान से मारने की धमकी देने और चेक पर जबरिया हस्ताक्षर कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होते ही तीनों की तलाश शुरू हो गई।
शुक्रवार को विधायक विजय मिश्रा ( MLA Vijay Mishra ) के मध्य प्रदेश में होने की जानकारी मिली।भदोही पुलिस के आग्रह पर विधायक को मध्य प्रदेश के आगर मालवा में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। शनिवार को एमपी पहुंची पुलिस ने विधायक को गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड पर लेकर रविवार को भदोही आई। यहां मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया गया।
कोर्ट में पेशी से पहले विधायक विजय मिश्रा ( MLA Vijay Mishra ) को कोरोना और स्वास्थ्य जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपीगंज लाया गया। यहां विधायक गाड़ी से उतरने को तैयार नहीं हुए। उन्होंने परिवार के किसी सदस्य को बुलाने पर ही जांच की बात कही। गाड़ी में बैठे बैठे ही मीडिया की तरफ इशारा करते हुए अपने पास भी बुलाते रहे। लेकिन पुलिस ने किसी को आगे नहीं आने दिया। किसी तरह उन्हें समझाकर जांच हो सकी। कोरोना जांच रिपोर्ट आने तक करीब 40 मिनट विधायक पुलिस वाहन में ही बैठे रहे। विधायक की पेशी को देखते हुए ज्ञानपुर नगर को एक तरह से सील कर दिया गया था। इसके बाद भी बड़ी संख्या में समर्थक पहुंच गए।