
आगरा( AGRA) के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज (SN Medical College Agra ) से एमडी कर रहीं महिला डॉक्टर योगिता गौतम (Dr. Yogita Gautam ) अपहरण कर निर्मम हत्या कर दी गई है। शव की शिनाख्त होने पर खबर फैली तो एसएन मेडिकल कॉलेज के साथी डॉक्टर्स हतप्रभ रह गए हैं। पुलिस ने उनके दिल्ली में रहने वाले परिवार को इत्तिला दे दी है।
डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के मामले में उनके सीनियर डॉ. विवेक तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। विवेक ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में पीजी की पढ़ाई कर रही छात्रा का बुधवार को लावारिस हालत में शव मिला। पुलिस और परिजन मामले में हत्या की आशंका जता रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, डौकी इलाके में शव लावारिस पड़ा हुआ था। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने इसे कब्जे में ले लिया और जांच शुरू कर दी।
बुधवार की सुबह ही एमएम गेट थाने में एक अपहरण का केस दर्ज हुआ था। पुलिस ने मामले में दी गई जानकारी से मिलान कर परिजनों को बुलाया। देर शाम में छात्रा के भाई ने शव की पहचान कर ली। मेडिकल छात्रा का नाम डॉ योगिता गौतम है।
एसएन मेडिकल कॉलेज (SN Medical College Agra ) से पीजी कर रहींं डॉक्टर योगिता गौतम (Dr. Yogita Gautam ) की सिर

कुचलकर हत्या की गई है। थाना डौकी के बमरौली कटारा में बुधवार सुबह एक महिला का शव मिला था। सिर और पेट पर भारी वजनदार लकड़ी रखी मिली थी। थाना पुलिस दिनभर शिनाख्त की कोशिश करती रही। इधर डॉक्टर योगिता गौतम भी गायब थीं।
वह एसएन मेडिकल कॉलेज के पास ही राजामंडी में राहुल गोयल के मकान में किराए पर रहती थीं। इसके आधार पर मृतक डॉक्टर की शिनाख्त देर शाम हो पाई। योगिता, शिवपुरी भाग दो, नजबगढ़ दिल्ली की रहने वाली थीं। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। पुलिस के सामने यह बड़ा सवाल है कि एसएन मेडिकल और राजामंडी में बमुश्किल एक किलोमीटर की दूरी है, आखिर डॉक्टर योगिता(Dr. Yogita Gautam ) फतेहाबाद रोड पर डौकी थाना क्षेत्र तक कैसे पहुंचीं।
बताया जा रहा है कि डॉ योगिता (Dr. Yogita Gautam ) को आखिरी बार मंगलवार शाम को नूरी गेट स्थित किराए के मकान से निकलते हुए देखा गया था। उनके घर नहीं लौटने पर केस दर्ज कराया गया। डॉक्टर योगिता के भाई ने इस मामले में उरई के मेडिकल ऑफिसर डॉ विवेक तिवारी पर शक जताते हुए उनके खिलाफ बुधवार की सुबह अपहरण का केस दर्ज कराया था। डॉक्टर विवेक तिवारी को आगरा पुलिस ने बुधवार देर रात हिरासत में लिया। पकड़े जाने पर विवेक खुद को निर्दोष बताने लगा। वह तो यह तक नहीं स्वीकार कर रहा था कि आगरा गया था। पुलिस के पास उसके खिलाफ ठोस साक्ष्य हैं। मंगलवार की शाम सवा छह बजे उसकी लोकेशन आगरा की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार डॉक्टर योगिता गौतम ने मंगलवार की शाम साढ़े सात बजे आखिरी बातचीत डॉक्टर विवेक तिवारी से की थी। उसके बाद उनके मोबाइल पर कोई कॉल नहीं आया। शाम सवा छह बजे से डॉक्टर विवेक तिवारी की लोकेशन आगरा में थी। उसके बाद रात सवा बारह बजे उसकी लोकेशन उरई जालौन की आई। इससे पुलिस अंदाजा लगा रही है कि घटना रात आठ से नौ बजे के बीच की है। डॉक्टर योगिता के भाई ने मुकदमे में अज्ञात कार सवार का भी जिक्र किया है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है आखिर कार सवार अज्ञात युवक कौन है।
डॉक्टर योगिता गौतम की हत्या के मामले में उनके सीनियर डॉ. विवेक तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। विवेक ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। उसने बताया कि वह योगिता से शादी करना चाहता था, लेकिन उसने इनकार कर दिया था।
जूनियर डॉक्टर योगिता गौतम की जान लेने के लिए आरोपी डॉ. विवेक तिवारी पूरी तैयारी के साथ आया था। उसने आखिरी बार मिलने की बात कही थी। इसके बाद कार में बैठाकर ले गया। कार में झगड़ा होने पर गला दबाया। योगिता के शोर मचाने पर रिवॉल्वर से सिर में गोली मार दी। और फिर सीने में। इसके बाद चाकू भी घोंपा। योगिता की मौत के बाद शव को फेंककर लकड़ी डालकर जलाने का प्रयास किया, लेकिन बच्चों के आने पर भाग आया।
डॉक्टर योगिता ने 2009 में मुरादाबाद के तीर्थंकर मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। 3 साल पहले एसएन मेडिकल कॉलेज में पीजी में एडमिशन लिया था। वह आगरा में थाना एमएम गेट के नूरी दरवाजे में किराए पर रहती थीं। डॉक्टर योगिता का कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के इलाज में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आरोपी डॉक्टर विवेक तीर्थंकर मेडिकल कॉलेज में योगिता से एक साल सीनियर था। तभी उसकी मुलाकात हुई थी।
विवेक ने बताया कि योगिता अनुसूचित जाति से थी। वो ब्राह्मण है। वह योगिता से शादी करना चाहता था लेकिन इससे पहले अपनी बहन नेहा के हाथ पीले करना चाहता था। उसे लगता था कि अगर पहले अपनी शादी कर ली तो बहन की शादी नहीं हो पाएगी। लोग कहेंगे कि उसने एससी से शादी की है, बहन के रिश्ते नहीं आएंगे। इस कारण योगिता से कह रहा था कि थोड़ा और रुक जाओ, लेकिन वह उसकी बातों को फरेब समझ रही थी। उसने कह दिया कि तुम फरेबी हो, तुमसे रिश्ता नहीं रखना है। विवेक ने बताया कि उसे लगा कि योगिता किसी और की हो जाएगी, यह सोचकर उसे बहुत गुस्सा आता था। इसी में हत्या की साजिश बना ली।