फिरोजाबाद ( Firozabad ) जिले में कुछ दिन पहले दिनदहाड़े सराफा बाजार में मौसेरे भाई को जिंदा जलाने के आरोपित रोबिन वर्मा ने गुरुवार शाम अस्थाई जेल में में फांसी पर लटका मिला। लगभग आधा घंटे बाद इसकी जानकारी होने के बाद खलबली मच गई।
बताया गया कि फिरोजाबाद ( Firozabad ) में 18 अगस्त की दोपहर शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके घंटाघर के पास स्थित कृष्णापाड़ा सराफा बाजार में दुकान पर खाना खाकर आराम कर रहे 38 वर्षीय सराफा कारोबारी राकेश वर्मा (माैसेरे भाई) पर रोबिन वर्मा ने ज्वलनशील पदार्थ फेंककर आग लगा दी थी। उपचार के दौरान आगरा में राकेश की मौत हो गई थी।
12 अगस्त को जन्माष्टमी की दोपहर चार बजे रोबिन की पत्नी पूजा ने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पत्नी की खुदकुशी के लिए वह मौसेरे भाई राकेश को जिम्मेवार मानता था। इसलिए उसे जिंदा जला दिया। रोबिन की फांसी लगाने के बाद उसकी चार बेटियां अनाथ हो गई है। बेटी पावनी (14), माही (सात), यामिनी (चार) और एक साल की नंदनी अनाथ हो गई।
फिरोजाबाद ( Firozabad ) में 19 अगस्त को पुलिस ने रोबिन को गिरफ्तार कर जलेसर रोड स्थित दाऊदयाल डिग्री कॉलेज अस्थाई जेल भेजा गया था। जिला कारागार अधीक्षक मुहम्मद अकरम खान ने बताया कि गुरुवार शाम लगभग पौने छह बजे रोबिन गैलरी में बने बाथरूम गया और इसके बाद वापस नहीं लौटा। लगभग बीस मिनट बाद बाथरूम के बगल में लगी पानी की टंकी पर अन्य बंदी खाने के बर्तन धाेने के लिए पहुंचे। एक बंदी ने बाथरूम का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन दरवाजा लॉक था।
अनहोनी की आशंका पर होमगार्ड और सिपाही ने बाथरूम की कुंडी तोड़ी तो अंदर रोबिन वर्मा अंडरवियर के नाड़े से कसे फंदे से लटका हुआ था।अस्थाई जेल में बने हॉल में 35 बंदियों के साथ रोबिन को रखा गया था। रोज की तरह शाम को बंदियों के लिए गाड़ी से खाना पहुंचा। रोबिन ने खाना उतरवाकर बंदियों को खाना बंटवाया। इसके बाद बाथरूम जाने की कहकर चला गया।