बृहस्पतिवार से झांसी ( Jhansi ) से लखनऊ ( Lucknow ) और झांसी से इटावा ( Etawah ) के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू हो गया। पहले दिन इन ट्रेनों को मुसाफिर नहीं मिल सके। लखनऊ जाने वाली ट्रेन के तीन और इटावा जाने वाली गाड़ी के मात्र 16 रेल टिकट, बिके। पूरी ट्रेन खाली दौड़ती रही। इन ट्रेनों के संचालन का वही वक्त रखा गया है जो पूर्व में झांसी लखनऊ इंटरसिटी और झांसी इटावा एक्सप्रेस का था।
रेलवे ने तीन सितंबर से झांसी से लखनऊ और झांसी से इटावा के बीच स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया। इसमें झांसी ( Jhansi ) से सुबह 6.15 बजे लखनऊ जाने वाली ट्रेन को मोंठ, एट, उरई, कालपी, पुखरायां, गोविंदपुरी, कानपुर सेंट्रल व उन्नाव स्टेशन पर ठहराव दिया गया है। इसी तरह झांसी से शाम 5.25 बजे इटावा जाने वाली ट्रेन को दतिया, डबरा, ग्वालियर, मालनपुर, सोनी, भिंड स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। पहले दिन लखनऊ जाने वाली गाड़ी को तीन और इटावा जाने वाली गाड़ी में 16 यात्रियों ने आरक्षण कराके सफर किया। वहीं, गाड़ी नंबर 04109 चित्रकूट कानपुर स्पेशल ट्रेन का एक भी टिकट नहीं बिका। ट्रेन नंबर 04111 चित्रकट कानपुर एक्सप्रेस में दस टिकट बिके।
रेलवे ने तीन सितंबर से झांसी ( Jhansi ) से दो स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। लेकिन मंडल रेल प्रशासन द्वारा प्रयागराज के लिए बुंदेलखंड एक्सप्रेस को चलाने का प्रस्ताव भेजे जाने के बाद भी बोर्ड ने उसे मंजूरी नहीं दी। इससे प्रयागराज की तरफ जाने वाले मुसाफिरों में बेहद निराशा है।
कोरोना महामारी के चलते अभी देश भर में 15 जोड़ी राजधानी स्पेशल और 100 जोड़ी एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इनमें चार जोड़ी राजधानी और चौदह जोडी एक्सप्रेस गाड़ियां झांसी से होकर गुजर रहीं हैं।