महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का एक कार्टून फॉरवर्ड करना सेवानिवृत्त नेवी अधिकारी ( Retired Navy officer ) को बहुत भारी पड़ा। मुंबई पश्चिमी उपनगर कांदीवली में शिवसैनिकों ने शुक्रवार को पूर्व नौ सेना अधिकारी मदन शर्मा पर आधा दर्जन से अधिक शिवसैनिकों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस मामले में मुंबई पुलिस ने शिवसेना (Shiv Sena) कमलेश कदम समेत छह लोगों को गिरफ्तार करने की खानापूर्ती कर उन्हें शनिवार सुबह समता नगर पुलिस स्टेशन ने ही जमानत देकर छोड़ दिया।
वहीं, इस मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh ) ने कहा, रिटायर्ड नौसेना अधिकारी(( Retired Navy officer ) ) मदन शर्मा से बात की। उनपर कुछ बदमाशों ने हमला कर दिया था। पूर्व सैनिक पर इस तरह का हमला बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। मैं कामना करता हूं कि मदन जी जल्द ठीक हो जाएं।’रक्षामंत्री ने ट्वीट किया, ”रिटायर्ड नेवल अधिकारी मदन शर्मा से बात की, जिनपर मुंबई में गुंडों ने हमला किया।
पूर्व नौसेना अधिकारी ( Retired Navy officer ) की बेटी शीला शर्मा ने मुंबई में हुए पिता पर हमले को लेकर प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने साफ कहा था कि यहां मानवता खत्म हो चुकी है और राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की जरूरत है। उन्होंने पिता से की गई मारपीट और कैसे शिवसेना (Shiv Sena) के कार्यकर्ताओं ने झूठ बोलकर उन्हें बुलाया, इसको लेकर सारी सच्चाई बताई है। वहीं, बुजुर्ग रिटायर्ड नेवी अधिकारी ने भी सरकार से कुछ मांग की है।
मदन शर्मा सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी ( Retired Navy officer ) पर शुक्रवार को मुंबई में हमला हुआ था। इसके बाद अब उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा, ‘हमारे देश में, हर व्यक्ति स्वतंत्रता है और वाट्सऐप जुड़े रहने और जानकारी साझा करने का एक माध्यम है। सरकार को किसी संदेश के स्रोत की पहचान करने के लिए उपाय करना चाहिए जहां से यह उत्पन्न होता है।’
शीला ने कहा, ‘मेरे पिता के पास धमकियां आना शुरू हो गई थी। उनके पास फोन आ रहे थे। फिर अचानक घर पर काफी संख्या में लोग आए और पिता से नीचे आने को कहा। वे (Shiv Sena) कह रहे थे कि उनको सिर्फ बात करनी है, लेकिन उन्होंने पिता के साथ मारपीट चालू कर दी। यहां मानवता नाम की कोई चीज नहीं बची है, राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।’
बेटी शीला बोली कि पिता ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि वह कार्टून उन्होंने नहीं बनाया है, बल्कि वह एक फॉरवर्ड मैसेज था, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। शीला ने आगे पुलिस पर भी आरोप लगाया कि गुंडों को पकड़ने की बजाए वे मेरे पिता को अपने साथ ले जाना चाहते थे।