उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में भृष्ट अफसर अब रिश्वत नहीं देने वालों को ये अफसर अब गोली मरवा रहे है । महोबा ( Mahoba) में रिश्वतखोरी का वीडियो वायरल करने वाले विस्फोटक कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ( Indrakant Tripathi )की रविवार शाम कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई।इस हत्या की घटना में आरोपी महोबा का तत्कालीन एसपी आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार( Manilal Patidar )है।
पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने महोबा के निलंबित किए गए पुलिस अधीक्षक लालमणि पाटीदार के खिलाफ दर्ज हुए रिश्वतखोरी और जानलेवा हमले के मकदमों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। इस एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट देनी है। यह एसआईटी महोबा के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के कारणों की जांच करेगी।
तत्कालीन एसपी और थानेदारों पर रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल करने के बाद उन्हें गोली मार दी गई थी। उनके आरोप लगाने के बाद मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर एसपी को निलंबित कर दिया था, वहीं दूसरे दिन निलंबित एसपी समेत पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था। अभी शनिवार की रात एडीजी ने महोबा पहुंचकर इंद्रकांत के घरवालों से मुलाकात करके न्याय और सुरक्षा का भरोसा दिया था।
महोबा ( Mahoba)में एसपी के खिलाफ दिए बयान का वीडियो वायरल होने के अगले दिन क्रशर कारोबारी इंद्रकांत अपनी कार में घायल अवस्था में मिले थे। उनके गले में गोली लगी थी, उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह वेंटीलेटर पर थे और फेफड़ों में इंफेक्शन बढऩे की वजह से दिन पर दिन बिगड़ती जा रही थी। शुक्रवार रात कुछ समय के लिए स्वास्थ्य बेहद खराब हो गया था लेकिन डॉक्टरों ने किसी तरह हालात संभाल लिये थे। रविवार सुबह से उनकी हालत बिगड़ती जा रही थी और देर शाम उनकी मौत हो गई। इंद्रकांत ने वीडियो वायरल करने से पहले मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर तत्कालीन एसपी के उत्पीड़न से अवगत कराया था।
क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी( Indrakant Tripathi ) ने तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार( Manilal Patidar )के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया था। उन्होंने वीडियो में एसपी पर उत्पीड़न करने और झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया था। उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, समेत अन्य उच्च अधिकारियों से लिखित शिकायती पत्र भी भेजा था। इसके बाद दूसरे दिन वह अपनी कार के अंदर गोली लगने से लहूलुहान हालत में पड़े मिले थे। प्रकरण संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री ने तत्काल प्रभाव से एसपी मणिलाल पाटीदार को निलंबित करने का आदेश दिया था। साथ ही प्रकरण में जांच के आदेश दिए थे।
इंद्रकांत के परिवार में पत्नी रंजना, बेटा कृष्णा व एक बेटी है। उन्होंने मां काली एसोसिएट व आइपी ट्रेडर्स के नाम से विस्फोट का लाइसेंस लिया था और क्रशर का काम करते थे। आरोप था कि उनपर बीते पांच महीने से 6 लाख रुपये महीना देने का दबाव बनाया जा रहा था। शनिवार देर शाम महोबा कबरई पहुंचे एडीजी प्रेमप्रकाश और डीआइजी के. सत्यनारायण चित्रकूटधाम मंडल ने स्वजनों से मुलाकात करके सुरक्षा के साथ ही न्याय का भरोसा दिया था। घरवालों का आरोप है कि खुद को फंसता देख निलंबित एसपी ने ही इंद्रकांत पर गोली मरवा दी थी।
इंद्रकांत ( Indrakant Tripathi )ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath )को पत्र लिखकर पूरी जानकारी दी थी। उन्होंने दो कंपनियों का नाम लेते हुए एसपी को प्रतिमाह पांच-पांच लाख रुपये दिये जाने की जानकारी दी थी और एसपी पर धमकाकर रुपये वसूलने का आरोप लगाया था। इस वसूली में कबरई थाना प्रभारी के मध्यस्थ होने का आरोप लगाया था। पत्र में स्पष्ट रूप से बताया था कि उसने रुपये देने से मना किया तो एसपी ने बुलवाया था और डांटते हुए रुपये की व्यवस्था करने के लिए कहते हुए फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी थी।