कृषि बिल पर राज्यसभा ( RajyaSabha ) में आज विपक्ष के हंगामे को लेकर मोदी सरकार के छह मंत्रियों की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, (Defence Minister Rajnath Singh )पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर, थावरचंद गहलोत, प्रह्लाद जोशी और मुख्तार अब्बास नकवी शामिल थे।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh ) ने कहा, जो कृषि विधेयक आज राज्यसभा ( RajyaSabha )से पास हुए हैं वो ऐतिहासिक हैं। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आम जनता और आम किसानों के बीच गलतफहमी पैदा करके राजनीतिक स्वार्थ पूरा करने की कोशिश हो रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को किसी भी हाल में खत्म नहीं किया जा रहा है।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि आज राज्यसभा ( RajyaSabha )में जो हुआ, उससे संसदीय गरिमा को ठेस पहुंची है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी के साथ दुर्व्यवहार हुआ है, इसे पूरे देश ने देखा है। वे मूल्यों को प्रति विश्वास रखने वाले व्यक्ति हैं।
हरिवंश जी ( Harivansh )जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति पर जिस तरह के आरोप लगाए गए, आसंदी का मान नहीं रखा गया वह दु:खद है। यह लोकतंत्र की मर्यादाओं का उल्लं घन है। उन्होंने कहा कि आसंदी पर चढ़ना, बिल की प्रति फाड़ना, माइक तोड़ देना ये किस तरह का लोकतंत्र है?उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों के इस व्यवहार से लोकतंत्र की गरिमा पर आंच आई है। माइक को उखाड़ने जैसी घटना संसदीय इतिहास में पहली बार हुई है। इसके पहले ऐसी घटना लोकसभा और राज्यसभा ( RajyaSabha )कहीं भी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि जब-जब संसद की मर्यादा टूटती है, तब-तब लोकतंत्र की गरिमा पर आंच आई है। सदन में चर्चा कराना सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी है, लेकिन विपक्ष का भी यह भी कर्तव्य है कि सदन की गरिमा बनाए रखे।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं खुद एक कृषक रहा हूं और किसानों की समस्याओं को लेकर जागरुक हूं। सरकार के लिए गए कदमों की मैं सराहना करता हूं और इन कानूनों से किसानों को वो आजादी मिलेगी जिसके लिए वो इतने सालों से इंतजार कर रहे हैं।मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, जिस समय मत विभाजन की बात हो रही थी, उस वक्त विपक्ष के सांसद हिंसा कर रहे थे, माइक तोड़ रहे थे।