कोविड-19 महामारी के चलते संसद का मानसून सत्र अपने तय समय से पहले ही आज खत्म हो गया। लोकसभा ( Lok Sabha ) की कार्रवाई को आज अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इस बार मानसून सत्र 1 अक्टूबर तक चलना था, लेकिन कोरोना के चलते सत्र को तय समय से पहले ही खत्म कर दिया गया। इस बार के मानसून सत्र में सरकार ने कई अहम बिल पास कराए। हालांकि इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में कई मुद्दों को लेकर काफी तीखी हुई। बता दें कि इससे पहले आज राज्यसभा को भी अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। ऐसे में दोनों सदन को अनिश्चतकाल तक के लिए स्थगित किए जाने के बाद मानसून सत्र आज खत्म हो गया।
लोकसभा ( Lok Sabha ) अध्यक्ष ओम बिड़ला ने बुधवार को महापत्तन प्राधिकरण विधेयक 2020 को बिल के पारित होने के बाद सदन को स्थगित कर दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे।
लोकसभा ( Lok Sabha ) अध्यक्ष ओम बिड़ला( Om Birla ) ने सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी सांसदो का धन्यवाद किया। ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही का ब्योरा सदन के सामने रखा। उन्होंने बताया कि वर्तमान सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए और कई विधेयकों में संशोधन किया गया। साथ ही कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।उन्होंने बताया कि सदन में शून्यकाल के दौरान सांसदों ने 370 लोक महत्व के मुद्दे उठाए। ओम बिड़ला ने कहा कि सदन के संचालन में सहयोग के लिए मैं माननीय प्रधानमंत्री, संसदीय कार्यमंत्री, लोकसभा और राज्यसभा के सभी सांसदों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
राज्यसभा ( RajyaSabha ) को भी आज कोरोना के चलते अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। स्थगन से पहले आज राज्यसभा में ‘अर्हित वित्तीय संविदा द्विपक्षीय नेटिंग विधेयक’, 2020 को पारित किया गया। इसके अलावा तीन श्रम विधेयकों को पास किया गया। साथ ही जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा (संशोधन) बिल” को पारित किया गया। कुल मिलाकर इस सत्र में 25 विधेयकों को पास किया गया। राज्यसभा ( RajyaSabha )ने आज नवंबर में सेवानिवृत्त हो रहे 11 सदस्यों को विदाई दी। दूसरी तरफ, विपक्ष के सांसदों ने कृषि विधेयक पर सदन का बहिष्कार किया। विपक्षी दलों के सदस्यों ने विपक्ष के नेता के कार्यालय में आगे की रणनीति को लेकर बैठक की। बैठक के बाद विपक्षी दलों द्वारा ‘किसान बचाओ’ के पोस्टर लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया गया।