उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के प्रतापगढ़ ( Pratapgarh ) में जिलाधिकारी के आवास पर कथित भ्रष्टाचार को लेकर धरने पर बैठने वाले एसडीएम विनीत उपाध्याय ( SDM Vinit Upadhyay ) को निलंबित कर दिया गया है। विनीत शुक्रवार को पत्नी के साथ करीब 4 घंटे तक डीएम आवास पर धरने पर बैठे रहे थे। विनीत ( SDM Vinit Upadhyay ) ने डीएम प्रतापगढ़ डॉ.रुपेश कुमार, एडीएम शत्रुघ्न और एसडीएम सदर मोहनलाल गुप्ता पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।
प्रतापगढ़ में जिलाधिकारी आवास पर शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों के बीच करीब साढ़े चार घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। एसडीएम विनीत उपाध्याय और उनकी पत्नी आवास पर कैंप कार्यालय स्थित जिलाधिकारी डा. रूपेश कुमार के चैंबर में दोपहर करीब 12.30 बजे से शाम 5 बजे तक धरने पर बैठे रहे। दोनों ने प्रशासनिक अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। बाद में अन्य अधिकारियों ने समझाकर धरना खत्म कराया। देर शाम शासन ने एसडीएम को निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया और मामले की जांच प्रयागराज मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार को सौंप दी।जानकारी के मुताबिक, अनुशासनहीनता के आरोप में विनीत कुमार उपाध्याय ( SDM Vinit Upadhyay ) के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
विनीत ( SDM Vinit Upadhyay )ने कहा था कि जब उन्होंने विभागीय भ्रष्टतंत्र की पोल खोलना शुरू किया तो उन पर दबाव बनाया जाने लगा और उत्पीड़न शुरू कर दिया गया। इसके विरोध में उन्होंने डीएम आवास पर पत्नी के साथ धरना दिया। ईमानदार और साफ-सुथरी छवि के माने जाने वाले अतिरिक्त एसडीएम विनीत उपाध्याय लालगंज इलाके में पट्टा आवंटन में घोटाले से नाराज थे।