पूर्व कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के संस्थापक सदस्यों में से एक जसवंत सिंह (Jaswant Singh) का निधन हो गया है। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) ने ट्वीट किया कि वे राजनीति और समाज को लेकर अपने अलग तरह के नजरिए के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। भाजपा को मजबूत करने में भी उनका खासा योगदान था। मैं उनके साथ हुई चर्चाओं को हमेशा याद रखूंगा। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘श्री मानवेंद्र सिंह से बात की और जसवंत सिंह जी (Jaswant Singh)के निधन पर शोक व्यक्त किया. जसवंत जी पिछले 6 साल से पूरी बहादुरी से बीमारी से लड़ रहे थे।’
वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘अनुभवी भाजपा नेता और पूर्व मंत्री श्री जसवंत सिंह जी (Jaswant Singh) के निधन से गहरा दुख हुआ। उन्होंने रक्षा मंत्रालय के प्रभारी सहित कई क्षमताओं में देश की सेवा की। उन्होंने खुद को एक प्रभावी मंत्री और सांसद के रूप में प्रतिष्ठित किया। जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश की सेवा में तारकीय रिकॉर्ड के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने राजस्थान में भाजपा को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। ॐ शांति।’
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में उन्होंने 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। 2014 में बीजेपी ने सिंह को बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। नाराज जसवंत ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए थे। उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे।
2012 में भाजपा ने उन्हें उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया, लेकिन, यूपीए के हामिद अंसारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा। अपनी किताब में जसवंत ने मुहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की। भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। 2010 में उनकी वापसी हुई 2014 में उन्हें भाजपा ने लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया। उनकी बाड़मेर सीट से भाजपा ने कर्नल सोनाराम चौधरी को उतारा। इसके बाद जसवंत ने फिर भाजपा छोड़ दी। निर्दलीय चुनाव लड़े, लेकिन हार गए। इसी साल उन्हें सिर में चोट लगी। इसके बाद से जसवंत कोमा में ही थे।
Spoke to Shri Manvendra Singh and expressed condolences on the unfortunate demise of Shri Jaswant Singh Ji.
True to his nature, Jaswant Ji fought his illness with immense courage for the last six years.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2020