उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के भदोही ( Bhadohi )जिले के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ( MLA Vijay Mishra ) के लिये सुरक्षित जेल नही मिल पा रही है विधायक को को किस जेल में रखा जाये शासन तय नहीं कर पा रहा है। विधायक की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश की तीन जेलों के बाद अब चौथी आगरा सेंट्रल जेल ( agra central Jail ) में शिफ्ट किया गया है।
इस कारागार में हमीरपुर के पूर्व विधायक अशोक चंदेल और औरेया के एमएलसी कमलेश पाठक पहले से बंद हैं। सुरक्षा की दृष्टि से जेल प्रशासन ने तीनों नेताओं को अलग-अलग बैरक में रखा है।
गिरफ्तारी के बाद विधायक विजय मिश्रा ( MLA Vijay Mishra )सबसे पहले जिला जेल भदोही भेजा गया, इसके बाद प्रयागराज की नैनी जेल में रखा गया था। सुरक्षा कारणों के चलते 17 अगस्त को नैनी से चित्रकूट जेल शिफ्ट कर दिया गया था। शासन के आदेश पर शुक्रवार को विधायक को कड़ी सुरक्षा में आगरा केंद्रीय कारागार भेजा गया। विधायक को आगरा सेंट्रल जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है।
गौरतलब है कि गोपीगंज के धानपुर दक्षिण गांव के निवासी और विधायक के रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने चार अगस्त को मकान कब्जा करने और संपत्ति को बेटे के नाम वसीयत कराने के प्रयास करने का आरोप लगाते हुए विधायक विजय मिश्रा, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली मिश्रा और बेटे विष्णु मिश्रा के खिलाफ गौरीगंज थाने मे एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी आधार पर विधायक को मध्य प्रदेश पुलिस ने आगर मालवा से गिरफ्तार किया था।
भदोही ( Bhadohi )जिले की ज्ञानपुर( Gyanpur)विधानसभा सीट से विजय मिश्रा ( MLA Vijay Mishra )लगातार चौथी बार विधायक चुने गए हैं। 2017 में वह निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते, इससे पहले समाजवादी पार्टी से वह तीन बार विधायक रहे। वर्ष 1990 में विजय मिश्रा ने भदोही से कांग्रेस ब्लॉक प्रमुख के रूप में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। गिरफ्तारी से पहले विधायक ने एक वीडियो जारी कुख्यात विकास दुबे जैसा एनकाउंटर होने की आशंका जताते हुए अपनी जान को खतरा बताया था।