उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में आगरा( AGRA) के खेरिया गांव निवासी आलू किसान (Farmer ) चरण सिंह के साथ यूपी पुलिस (UP police )के कुख्यात अपराधी जैसे वर्ताव ने उसकी जान ले ली ।
घटनाक्रम के अनुसार थाना खंदौली खेरिया निवासी चरन सिंह पुत्र तुलाराम आलू किसान थे। चरन सिंह का आलू व्यापारी संभल (Sambhal) जिले के चंदौसी ( Chandausi ) निवासी रियासत हुसैन पुत्र शौकत हुसैन से के साथ रुपये के लेनदेन का विवाद चल रहा था।व्यापारी रियासत हुसैन ने चंदौसी थाने मे चरन सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया था।मंगलवार की रात को चंदौसी पुलिस ने आगरा के खंदौली थाने की पुलिस के साथ उसके गांव में धावा बोल दिया और जब किसान चरन सिंह नहीं मिला तो उसके सगे दो भाईयों को राजपाल और राजेंद्र को पकड़कर ले गयी।
बाद में खंदौली थाने आने के बाद भाई के मोबाइल से आलू किसान चरन सिंह से बात कराई तो चरन सिंह ने फोन पर कहा था कि मेरे भाइयों को पुलिस छोड़ दे नहीं तो मैं आत्महत्या कर लूंगा… पुलिस किसान की चेतावनी की परवाह किये बिना चंदौसी पुलिस( Chandausi police ) किसान के दोनों भाइयों आगरा से ले गयी और आहत किसान ने चेतावनी के मुताबिक फांसी पर लटक कर जान दे दी।
बुधवार की सुबह उसका शव हाईटेंशन लाइन के पोल से साफी के फंदे पर लटका मिला। जानकारी होने पर परिवार और गांव के लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस हंगामे की आशंका के चलते शव को उतारकर पोस्टमार्टम गृह भिजवा दिया। उधर, आलू किसान की खुदकुशी (suicide ) के बारे में जानकारी होने पर किसान मौके पर जुट गए। इसके बाद उन्होंने खंदौली थाने का घेराव कर लिया।ग्रामीणों का कहना था कि मुकदमा चरण सिंह के खिलाफ दर्ज था तो पुलिस उसके भाइयों को क्यों पकड़कर ले गयी।आलू व्यापारी के खुदकुशी की जानकारी होने पर चंदौसी पुलिस( Chandausi ) ने हिरासत में लिए दोनों भाइयों को छोड़ दिया।