उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) ) के बलिया ( Ballia) जिले में कोटा आवंटन को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी उनके सामने बेखौफ अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर एक व्यक्ति को गोलियों से भून डाला, इस दौरान ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे भी चले , इसमें सात लोग घायल हो गए। एसडीएम और सीओ तमाशबीन बन इस खूनी खेल को देखते रह गये। घटना पर संज्ञान लेते हुए योगी सरकार ने घटना में लापरवाही बरतने वाले सीओ, एसडीएम व पुलिस कर्मियों को फिलहाल निलंबित कर दिया है।
बलिया ( Ballia) जिले के रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव के पंचायत भवन में गुरुवार को दोपहर बाद साढ़े तीन बजे कोटे की दुकान के चयन के लिए खुली बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। दुकानों के लिये चार स्वयं सहायता समूहों ने आवेदन किया।
इस पर एसडीएम सुरेश कुमार पाल और सीओ चंद्रकेश सिंह ने व्यवस्था बनाई कि जिसके पास आधार कार्ड अथवा अन्य कोई पहचान पत्र होगा, वही वोट कर पाएगा। एक पक्ष के लोग आधार कार्ड लेकर आए थे, जबकि दूसरे पक्ष के लोगों के पास पहचान पत्र नहीं था। इसी बात पर हंगामा हो गया। स्थिति बिगड़ते देख बीडीओ बैरिया गजेंद्र प्रताप सिंह ने बैठक की कार्यवाही स्थगित कर दी।
इसके बाद दोनों पक्षों में तनातनी शुरू हो गई। फिर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी हुई। देखते ही देखते ईंट-पत्थर चलने लगे और एक पक्ष से फायरिंग शुरू हो गई। इसमें दुर्जनपुर निवासी जयप्रकाश पाल (45) को चार गोलियां लगीं। लोगों ने उसे सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
इसके अलावा ईंट पत्थर और लाठी-डंडे से नरेंद्र सिंह (45), आराधना सिंह (45), आशा सिंह (40), राजेंद्र सिंह (45), अजय सिंह (50) और धर्मेंद्र सिंह (40) गंभीर रूप से घायल हो गए।