केंद्र सरकार ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से रेफ्रिजरेंट्स ( Refrigerants ) के साथ एयर कंडीशनर ( Air conditioners) के आयात( Import )पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। सरकार ने ऐसा गैर-आवश्यक सामान के आयात में कमी लाने और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के मकसद से किया है।विदेश व्यापार के महानिदेशक (Directorate General of Foreign Trade) के मुताबिक इस फैसले को 15 अक्टूबर 2002 से लागू कर दिया गया है। इस फैसले से चीन (China )कारोबारियों को एक बड़ा झटका लगा है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (Directorate General of Foreign Trade) द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, ‘रेफ्रिजरेंट्स के साथ एयर कंडीशनर ( Air conditioners) के आयात को लेकर नीति संशोधित की गई है। इसके तहत इसे मुक्त श्रेणी से हटाकर प्रतिबंधात्मक सूची में डाला गया है।’ इसके साथ ही ये टायर, टीवी सेट और अगरबत्ती जैसे उत्पादों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिनके आयात ( Import )पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
एसी ( Air conditioners) की पहचान घरेलू विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए संभावित वस्तुओं के रूप में की गई है क्योंकि इसका बड़ी मात्रा में आयात( Import ) किया जाता है। इसका घरेलू बाजार 5-6 बिलियन डॉलर का है। अलग-अलग, सेगमेंट के आधार पर, 85-100 प्रतिशत पुर्जों का आयात किया जाता है। इसका बाजार लगभग 2 बिलियन डॉलर का है।एसी के लिए भारत अपनी जरूरत का 28 फीसद आयात चीन (China )से करता है।
सरकार घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और गैर-जरूरी सामानों के आयात में कमी लाने के लिए कदम उठा रही है। इससे पहले, जून में सरकार ने कार, बसों और मोटरसाइकिल में उपयोग होने वाले नये न्यूमैटिक टायर के आयात पर पाबंदी लगाई थी।
महिंद्रा ग्रुप के पवन गोयनका के नेतृत्व में मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के समूह द्वारा वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के लिए तैयार की गई योजना के हिस्से के रूप में, थाईलैंड के साथ व्यापार समझौते पर दोबारा काम करने और शुल्क वृद्धि का प्रस्ताव दिया गया था। आयात प्रतिबंध को लागू करना उस योजना का हिस्सा है जिसके तहत भारत को विनिर्माण केंद्र के हब में बदलने पर जोर दिया जाएगा।